अम्ल, क्षारक और लवण
मेटल कार्बोनेट और मेटल हाइड्रोजन कार्बोनेट की अम्ल के साथ अभिक्रिया
जब कोई अम्ल किसी मेटल कार्बोनेट या मेटल हाइड्रोजन कार्बोनेट (बाइकार्बोनेट) के साथ अभिक्रिया करता है तो लवण, कार्बन डाइऑक्साइड और जल का निर्माण होता है।
Acid + Metal carbonate/hydrogencarbonate ⇨ Salt + Carbon dioxide + Water
उदाहरण: जब सोडियम कार्बोनेट और हाइड्रोक्लोरिक एसिड के बीच अभिक्रिया होती है तो सोडियम क्लोराइड, कार्बन डाइऑक्साइड और जल का निर्माण होता है।
Na2CO3 + 2HCl ⇨ 2NaCl + CO2 + H2O
जब सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट (सोडियम बाइकार्बोनेट) और हाइड्रोक्लोरिक एसिड के बीच अभिक्रिया होती है तो सोडियम क्लोराइड, कार्बन डाइऑक्साइड और जल का निर्माण होता है।
NaHCO3 + HCl ⇨ NaCl + CO2 + H2O
कार्बन डाइऑक्साइड के बनने का पता करना: जब कार्बन डाइऑक्साइड गैस को चूने के पानी से प्रवाहित किया जाता है तो चूने के पानी का रंग दूधिया हो जाता है। ऐसा कैल्सियम कार्बोनेट के श्वेत अवक्षेप के बनने के कारण होता है।
Ca(OH)2 + CO2 ⇨ CaCO3 + H2O
जब अत्यधिक कार्बन डाइऑक्साइड को चूने के पानी से प्रवाहित किया जाता है वह द्रव रंगहीन हो जाता है। ऐसा कैल्सियम हाइड्रोजन कार्बोनेट के बनने के कारण होता है जो जल में घुलनशील होता है।
CaCO3 + H2O + CO2 ⇨ Ca(HCO3)2
अम्ल और क्षारक के बीच अभिक्रिया
जब एक अम्ल किसी क्षारक के साथ अभिक्रिया करता है तो लवण और जल का निर्माण होता है। इस अभिक्रिया में अम्ल और क्षारक एक दूसरे के प्रभाव को उदासीन कर देते हैं, इसलिए इस अभिक्रिया को उदासीनीकरण कहते हैं। इस अभिक्रिया से बनने वाला विलयन उदासीन होता है।
Acid + Base ⇨ Salt + Water
उदाहरण: जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड और हाइड्रोक्लोरिक एसिड के बीच अभिक्रिया होती है तो सोडियम क्लोराइड और जल का निर्माण होता है।
NaOH + HCl ⇨ NaCl + H2O
जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड और सल्फ्यूरिक एसिड के बीच अभिक्रिया होती है तो सोडियम सल्फेट और जल का निर्माण होता है।
2NaOH+H2SO4 ⇨ Na2SO4+2H2 O
अम्ल और धात्विक (मेटलिक) ऑक्साइड के बीच अभिक्रिया
जब कोई मेटलिक ऑक्साइड किसी अम्ल के साथ अभिक्रिया करता है तो लवण और जल का निर्माण होता है। इस अभिक्रिया में मेटलिक ऑक्साइड किसी क्षारक की तरह बर्ताव करता है क्योंकि मेटलिक ऑक्साइड क्षारीय प्रवृत्ति के होते हैं।
Metallic oxide + Acid ⇨ Salt + Water
उदाहरण: जब कॉपर ऑक्साइड और हाइड्रोक्लोरिक एसिड के बीच अभिक्रिया होती है तो कॉपर (II) क्लोराइड और जल का निर्माण होता है।
CuO + 2HCl ⇨ CuCl2 + H2O
क्षारक और अधात्विक (नॉन-मेटलिक) ऑक्साइड के बीच अभिक्रिया
नॉन-मेटलिक ऑक्साइड की अम्लीय प्रवृत्ति होती है। इसलिए किसी क्षारक और एक नॉन-मेटलिक ऑक्साइड के बीच की अभिक्रिया असल में उदासीनीकरण का उदाहरण है जिसमें लवण और जल का निर्माण होता है।
Non-metallic oxide + Base ⇨ Salt + Water
उदाहरण: जब कार्बन डाइऑक्साइड और कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड के बीच अभिक्रिया होती है तो कैल्सियम कार्बोनेट और जल का निर्माण होता है।
Ca(OH)2 + CO2 ⇨ CaCO3 + H2O