इलेक्ट्रिक करेंट का मैग्नेटिक इफेक्ट
इलेक्ट्रिक मोटर
इलेक्ट्रिक मोटर एक उपकरण है जो करेंट कैरीइंग कंडक्टर पर मैग्नेटिक फील्ड के इफेक्ट के सिद्धांत पर काम करता है। इलेक्ट्रिक मोटर इलेक्ट्रिकल एनर्जी को मैकेनिकल एनर्जी में बदल देता है। कई हाउसहोल्ड डेवाइस में इलेक्ट्रिक मोटर एक अभिन्न पार्ट होता है; जैसे सीलिंग फैन, मिक्सर ग्राइंडर, वाशिंग मशीन, आदि।
इलेक्ट्रिक मोटर की संरचना:
- इंसुलेटेड कॉपर वायर से बना हुआ एक रेक्टैंगुलर क्वायल ABCD रहता है।
- यह क्वायल एक परमानेंट मैग्नेट के दो पोल के बीच लगा रहता है।
- क्वायल का AB आर्म स्प्लिट रिंग के आधे हिस्से ‘P’ से जुड़ा रहता है, जबकि क्वायल का CD आर्म स्प्लिट रिंग के दूसरे आधे हिस्से ‘Q’ से जुड़ा रहता है।
- स्प्लिट रिंग अंदर से इंसुलेटेड रहता है और एक एक्सल के ऊपर लगा रहता है।
- क्वायल दो ब्रुश X और Y जुड़ा होता है; जो स्प्लिट रिंग पर होते हैं।
- दोनों ब्रुश X और Y बैटरी से जुड़े रहते हैं।
इलेक्ट्रिक मोटर के काम करने की विधि:
- जब क्वायल से करेंट फ्लो करता है तो करेंट की दिशा A से B की ओर होती है; फिर यह C से D की ओर हो जाती है। फ्लेमिंग के लेफ्ट हैंड रूल के अनुसार; यह साफ है कि AB पर लगने वाले फोर्स की दिशा नीचे की ओर है। दूसरी ओर, CD पर लगने वाले फोर्स की दिशा ऊपर की ओर है। इसलिये क्वायल AB आर्म नीचे की तरफ जाता है, जबकि CD आर्म ऊपर की तरफ जाता है।
- जब क्वायल आधा चक्कर लगा लेता है तो AB और CD की पोजीशन बदल जाती है। आधे चक्कर के बाद स्प्लिट रिंग के कारण क्वायल में करेंट की दिशा भी बदल जाती है। अब करेंट की दिशा D से C की तरफ और B से A की तरफ हो जाती है। इसलिये अब CD नीचे की तरफ, और AB ऊपर की तरफ चलने लगता है। हर आधे चक्कर के बाद क्वायल में करेंट की दिशा बदल जाती है और इसलिये क्वायल एक ही दिशा में घूमता रहता है। क्वायल के साथ साथ एक्सल भी घूमता रहता है।
कम्युटेटर: यह एक डेवाइस है जो करेंट की दिशा को बदलता है। इलेक्ट्रिक मोटर का स्प्लिट रिंग किसी कम्युटेटर की तरह काम करता है।