इलेक्ट्रिसिटी
इलेक्ट्रिक पावर
कार्य करने की दर को पावर कहते हैं। कार्य करने में ऊर्जा की खपत होती है। इसलिये ऊर्जा की खपत की दर को भी पावर कहते हैं। किसी इलेक्ट्रिक सर्किट में ऊर्जा के निकलने या खपत होने की दर को इलेक्ट्रिक पावर कहते हैं। इलेक्ट्रिक पावर को इस इक्वेशन द्वारा लिखा जा सकता है।
`P=VI`
चूँकि `V=IR` इसलिये इलेक्ट्रिक पावर को नीचे दिये इक्वेशन द्वारा भी दिखाया जा सकता है।
`P=I^2R`
इसके अलावा, `I=V/R` होता है, इसलिये इलेक्ट्रिक पावर को इस इक्वेशन द्वारा भी लिखा जा सकता है।
`P=(V^2)/R`
ऊपर दिये गये तीनों इक्वेशन को इस तरह से एक साथ लिखा जा सकता है
`P=VI=I^2R=(V^2)/R`
इलेक्ट्रिक पावर का SI यूनिट वाट (W) है। जिस सर्किट से 1 A इलेक्ट्रिक करेंट फ्लो करता है और 1 V पोटेंशियल डिफरेंस रहता है उस सर्किट में एनर्जी की खपत की दर को एक वाट कहते हैं।
`1W=1V×1A=1VA`
वाट एक बहुत ही छोटा यूनिट होता है। इसलिये प्रैक्टिकल काम के लिये हम एक बड़े यूनिट; किलोवाट का इस्तेमाल करते हैं। 1 किलोवाट 1000 वाट के बराबर होता है।
1 kW = 1000 W
इलेक्ट्रिकल एनर्जी का SI यूनिट वाट आवर (W h) होता है। एक वाट पावर को 1 घंटे इस्तेमाल करने में खपत होने वाली ऊर्जा को 1 वाट आवर कहते हैं। यह एक छोटा यूनिट है इसलिये कॉमर्शियल कामों के लिये किलोवाट आवर (k W h) का इस्तेमाल होता है।
1 kW h = 1,000 W × 3600 s
=3.6 × 106वाट सेकंड
=3.6 × 106 जूल
साधारण भाषा में 1 k W h को 1 यूनिट कहा जाता है। बिजली बिल के लिये हम अक्सर ‘यूनिट’ का इस्तेमाल करते हैं। बिजली के मीटर में यूनिट में रीडिंग दिखाई जाती है।
सारांश
- किसी कंडक्टर के क्रॉस सेक्शन से यूनिट समय में फ्लो करने वाले इलेक्ट्रिक चार्ज को इलेक्ट्रिक करेंट कहते हैं।
- जिस क्लोज पाथ से इलेक्ट्रिक करेंट फ्लो करता है उसे इलेक्ट्रिक सर्किट कहते हैं।
- एक सर्किट में एक प्वाइंट से दूसरे प्वाइंट तक एक यूनिट चार्ज को कैरी करने में किये गये कार्य को पोटेंशियल डिफरेंस कहते हैं।
- कॉन्सटैंट तापमान पर, किसी सर्किट के दो प्वाइंट के बीच का पोटेंशियल डिफरेंस उस सर्किट से फ्लो करने वाले करेंट के सीधे अनुपात में होता है।
- किसी कंडक्टर का रेसिस्टेंस इन कारकों पर निर्भर करता है; रेसिस्टर की लम्बाई, क्रॉस सेक्शन का एरिया और रेसिस्टर का पदार्थ।
- सीरीज में रेसिस्टर को जोड़ने से रेसिस्टेंस बढ़ जाता है। पैरेलल में रेसिस्टर को जोड़ने से रेसिस्टेंस घट जाता है।
- जब किसी कंडक्टर से इलेक्ट्रिक करेंट फ्लो करता है तो इलेक्ट्रिक करेंट के हीटिंग इफेक्ट के कारण कंडक्टर का तापमान बढ़ जाता है।
- किसी इलेक्ट्रिक सर्किट में ऊर्जा की खपत की दर को इलेक्ट्रिक पावर कहते हैं।