रासायनिक समीकरण
संतुलित समीकरण
रासायनिक समीकरण का एक और उदाहरण लेते हैं:
Fe + H2O ⇨ Fe3O4 + H2
इस समीकरण में तीर की दोनों तरफ विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की संख्या को नीचे दिये गये टेबल में दिखाया जा सकता है।
तत्व | LHS में परमाणुओं की संख्या | RHS में परमाणुओं की संख्या |
---|---|---|
Fe | 1 | 3 |
H | 2 | 2 |
O | 1 | 4 |
इस समीकरण में आयरन और ऑक्सीजन के परमाणुओं की संख्या तीर की दोनों तरफ अलग अलग है। इसलिये यह एक संतुलित समीकरण नहीं है। इस समीकरण को निम्न विधि से संतुलित किया जा सकता है।
सबसे पहले उस तत्व की संख्या को संतुलित करें जिसकी संख्या तीर के किसी भी तरफ सबसे अधिक हो। यहाँ पर ऑक्सीजन वैसा ही तत्व है; जिसके परमाणुओं की संख्या तीर की दाईं ओर 4 है। इसलिए LHS में H2O के पहले 4 लिखें। अब यह समीकरण कुछ ऐसा दिखेगा।
Fe + 4H2O ⇨ Fe3O4 + H2
इस समीकरण में तीर की दोनों तरफ विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की संख्या को नीचे दिये गये टेबल में दिखाया जा सकता है।
तत्व | LHS में परमाणुओं की संख्या | RHS में परमाणुओं की संख्या |
---|---|---|
Fe | 1 | 3 |
H | 4 | 2 |
O | 4 | 4 |
अब LHS में Fe के पहले 3 लिखें। अब यह समीकरण कुछ ऐसा दिखेगा।
3Fe + 4H2O ⇨ Fe3O4 + H2
इस समीकरण में तीर के दोनों तरफ विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की संख्या को नीचे दिये गये टेबल में दिखाया जा सकता है।
तत्व | LHS में परमाणुओं की संख्या | RHS में परमाणुओं की संख्या |
---|---|---|
Fe | 3 | 3 |
H | 4 | 2 |
O | 4 | 4 |
अब RHS में H2 के पहले 2 लिखें। अब यह समीकरण कुछ ऐसा दिखेगा।
3Fe + 4H2O ⇨ Fe3O4 + 2H2
इस समीकरण में तीर के दोनों तरफ विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की संख्या को नीचे दिये गये टेबल में दिखाया जा सकता है।
तत्व | LHS में परमाणुओं की संख्या | RHS में परमाणुओं की संख्या |
---|---|---|
Fe | 3 | 3 |
H | 4 | 4 |
O | 4 | 4 |
अब यह समीकरण एक संतुलित समीकरण है जिसे निम्नलिखित तरीके से लिखा जा सकता है।
3Fe + 4H2O ⇨ Fe3O4 + 2H2
भौतिक अवस्था के लिये चिह्न:
ऊपर दिया गया समीकरण केवल अभिकारकों और उत्पादों के बारे में बताता है। रासायनिक समीकरण के द्वारा और भी कई जरूरी बातें बताई जा सकती हैं; जैसे कि अभिकारकों और उत्पादों की भौतिक अवस्थाएँ, अभिक्रिया की शर्तें, आदि। ठोस अवस्था के लिये किसी अभिकारक या उत्पाद के आगे (s) लिखा जाता है, द्रव अवस्था के लिये (l) लिखा जाता है और गैसीय अवस्था के लिये (g) लिखा जाता है। जलीय विलयन के लिये किसी भी अभिकारक या उत्पाद के आगे (aq) लिखा जाता है। उत्प्रेरक तथा अभिक्रिया की अन्य शर्तों को तीर के निशान के ऊपर या नीचे लिखा जाता है। नीचे कुछ उदाहरण दिये गये हैं।
3Fe(s) + 4H2O(g) ⇨ Fe3O4(s) + 2H2(g)