प्रकाश: परावर्तन और अपवर्तन
कॉन्वेक्स लेंस द्वारा इमेज
इनफिनिटी पर ऑब्जेक्ट: जब ऑब्जेक्ट इनफिनिटी पर रहता है तो इमेज F2 पर बनता है। यह इमेज बहुत ही छोटा, रियल और उलटा होता है।
ऑब्जेक्ट 2F1 से आगे: जब ऑब्जेक्ट 2F1 से आगे रहता है तो इमेज F2 और 2F2 के बीच बनता है। यह इमेज छोटा, रियल और उलटा होता है।
ऑब्जेक्ट 2F1 पर: जब ऑब्जेक्ट 2F1 पर रहता है तो इमेज 2F2 पर बनता है। यह इमेज ऑब्जेक्ट के आकार का, रियल और उलटा होता है।
ऑब्जेक्ट 2F1 और F1 के बीच: जब ऑब्जेक्ट 2F1 और F1 के बीच रहता है तो इमेज 2F2 से आगे बनता है। यह इमेज बड़ा, रियल और उलटा होता है।
ऑब्जेक्ट F1 पर: जब ऑब्जेक्ट F1 पर रहता है तो इमेज इनफिनिटी पर बनता है। यह इमेज बहुत बड़ा, रियल और उलटा होता है।
ऑब्जेक्ट F1 और O के बीच: जब ऑब्जेक्ट O और F1 के बीच रहता है तो इमेज 2F1 के आगे रहता है। यह इमेज बड़ा, वर्चुअल और सीधा होता है।
कॉन्केव लेंस द्वारा इमेज
ऑब्जेक्ट इनफिनिटी पर: जब ऑब्जेक्ट इनफिनिटी पर रहता है तो इमेज F1 पर बनता है। यह इमेज बहुत छोटा, वर्चुअल और सीधा होता है।
ऑब्जेक्ट इनफिनिटी और O के बीच: जब ऑब्जेक्ट इनफिनिटी और O के बीच रहता है तो इमेज F1 और O के बीच बनता है। यह इमेज छोटा, वर्चुअल और सीधा होता है।
लेंस के लिये साइन कंवेंशन: यह स्फेरिकल मिरर जैसे ही होते हैं।