तत्वों का आवर्ती वर्गीकरण
पाठ से प्रश्न
प्रश्न 1: क्या न्यूलैंड्स के ऑक्टेव में डॉबेराइनर के टायड भी मौजूद थे? पता कीजिए।
उत्तर: लीथियम (Li), सोडियम (Na) और पोटाशियम (Na) डॉबेराइनर ट्रायड बनाते हैं। ये तीनों तत्व न्यूलैंड्स के ऑक्टेव में एक ही कॉलम में आते हैं।
प्रश्न 2: डॉबेराइनर के वर्गीकरण की क्या खामियाँ हैं?
उत्तर: डॉबेराइनर केवल तीन ट्रायड ही बना पाया। इसलिये उसके वर्गीकरण सिस्टम को मान्यता नहीं मिल पाई।
प्रश्न 3: न्यूलैंड्स के ऑक्टेव के नियम की क्या खामियाँ थीं?
उत्तर: न्यूलैंड्स के ऑक्टेव के नियम की खामियाँ निम्नलिखित हैं:
- यह नियम केवल कैल्सियम तक लागू होता था। कैल्सियम के बाद, हर आठवां तत्व पहले तत्व जैसे गुण नहीं दिखाता था।
- न्यूलैंड्स के समय तक केवल 56 तत्वों की जानकारी थी। उसने मान लिया था कि भविष्य में और किसी भी तत्व की खोज नहीं होगी। लेकिन बाद में जब नये तत्वों की खोज हुई तो वे इस नियम पर फिट नहीं बैठते थे।
- अपने टेबल में कुछ तत्वों को फिट करने के लिये न्यूलैंड्स ने एक ही खाने में दो-दो तत्वों को भी रखा; जैसे कोबाल्ट और निकेल। उसने कुछ विभिन्न गुणों वाले तत्वों को भी एक ही सुर के अंदर रख दिया। जैसे; कोबाल्ट और निकेल को उसी सुर के अंदर रखा गया जहाँ क्लोरीन और फ्लोरीन को रखा गया। हम जानते हैं कि कोबाल्ट और निकेल धातु हैं, जबकि क्लोरीन और फ्लोरीन अधातु हैं।
प्रश्न 4: मेंडेलीव के पीरियॉडिक टेबल का इस्तेमाल करते हुए इन तत्वों के ऑक्साइड के फॉर्मूले बताएँ। (K, C, Al, Si, Ba)
उत्तर: पोटाशियम प्रथम ग्रुप में है और इस ग्रुप के तत्वों के ऑक्साइड का फॉर्मूला R2O है। इसलिए पोटाशियम के ऑक्साइड का फॉर्मूला K2O है।
- कार्बन चौथे ग्रुप में है और इस ग्रुप के तत्वों के ऑक्साइड का फॉर्मूला RO2 है। इसलिये कार्बन के ऑक्साइड का फॉर्मूला CO2 है।
- अलमुनियम तीसरे ग्रुप में है और इस ग्रुप के तत्वों के ऑक्साइड का फॉर्मूला R2O3 है। इसलिये अल्मुनियम के ऑक्साइड का फॉर्मूला Al2O3 है।
- सिलिकॉन चौथे ग्रुप में है और इस ग्रुप के तत्वों के ऑक्साइड का फॉर्मूला RO2 है। इसलिये सिलिकॉन के ऑक्साइड का फॉर्मूला SiO2 है।
- बेरियम दूसरे ग्रुप में है और इस ग्रुप के तत्वों के ऑक्साइड का फॉर्मूला RO है। इसलिये बेरियम के ऑक्साइड का फॉर्मूला BaO है।
प्रश्न 5: गैलियम के अलावा, किसी अन्य दो ऐसे तत्वों के नाम बताएँ जो मेंडेलीव के पीरियॉडिक टेबल में छोड़े गये खाली स्थान में फिट हो गये।
उत्तर: स्कैंडियम और जर्मेनियम
प्रश्न 6: अपने पीरियॉडिक टेबल के लिये मेंडेलीव ने किस लक्षण को चुना था?
उत्तर: एटमिक मास और रासायनिक गुणों में आवर्त
प्रश्न 7: नोबल गैसों को एक अलग ग्रुप में क्यों रखा गया?
उत्तर: मेंडेलीव के समय में नोबल गैसों की खोज नहीं हुई थी। ये अक्रिय गैसें हैं और बहुत ही अल्प मात्रा में पाये जाते हैं, इसलिये इनकी खोज में काफी समय लगा। नोबल गैसें अक्रिय होती हैं इसलिए उन्हें आसानी से एक अलग ग्रुप में रखना संभव हो पाया। इससे मेंडेलीव के पीरियॉडिक टेबल की मूल रचना में कोई छेड़छाड़ भी नहीं करनी पड़ी।
प्रश्न 8: मॉडर्न पीरियॉडिक टेबल ने मेंडेलीव के पीरियॉडिक टेबल की विभिन्न कमियों को कैसे दूर किया?
उत्तर: मॉडर्न पीरियॉडिक टेबल ने मेंडेलीव के पीरियॉडिक टेबल की विभिन्न कमियों को निम्न तरीके से दूर किया:
- तत्वों को उनकी परमाणु संख्या के आधार पर लगाने से, उनके रासायनिक गुणों के आधार पर कोई एडजस्टमेंट करने की जरूरत नहीं पड़ी। मेंडेलीव को ऐसा करने के लिये अधिक एटमिक मास वाले तत्व को कम एटमिक मास वाले तत्व से पहले रखना पड़ा था।
- ग्रुप नंबर से वैलेंस इलेक्ट्रॉन का पता चलता है, जबकि पीरियड नम्बर से कक्षा की संख्या का पता चलता है।
- आइसोटोप के स्थान को लेकर कोई भ्रम नहीं है क्योंकि किसी तत्व के सभी आइसोटोप की परमाणु संख्या समान होती है।
- हाइड्रोजन का स्थान स्पष्ट है क्योंकि हाइड्रोजन के ग्रुप का नम्बर उसके वैलेंस इलेक्ट्रॉन से मैच करता है।
प्रश्न 9: मैग्नीशियम के समान रासायनिक प्रतिक्रिया करने वाले किसी दो तत्वों के नाम लिखें। आपने किस आधार पर इन तत्वों को चुना?
उत्तर: बेरीलियम और कैल्सियम की रासायनिक प्रतिक्रिया मैग्नीशियम के जैसी होती है, क्योंकि:
- इन तत्वों के वैलेंस इलेक्ट्रॉन (2) की संख्या समान है। इसका मतलब है ये सभी किसी कंपाउंड को बनाने के लिये 2 इलेक्ट्रॉन का त्याग करते हैं।
- ये सभी ग्रुप 2 में आते हैं।
प्रश्न 10: इनके नाम बताएँ:
प्रश्न (a): तीन तत्व जिनकी बाहरी कक्षा में 1 इलेक्ट्रॉन है।
उत्तर: हाइड्रोजन, लीथियम और सोडियम
प्रश्न (b): दो तत्व जिनकी बाहरी कक्षा में 2 इलेक्ट्रॉन हैं।
उत्तर: कैल्सियम और मैग्नीशियम
प्रश्न (c): तीन तत्व जिनकी बाहरी कक्षा पूरी तरह से भरी हुई है।
उत्तर: हीलियम, नियॉन और आर्गन
प्रश्न 11: इन प्रश्नों के उत्तर दें:
प्रश्न (a): लीथियम, सोडियम और पोटाशियम; ये सभी धातु हैं जो पानी से प्रतिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस बनाते हैं। इन तत्वों के परमाणुओं में क्या समानता है?
उत्तर: लीथियम, सोडियम और पोटाशियम की बाहरी कक्षा में एक-एक इलेक्ट्रॉन है। इसका मतलब है कि ये आसानी से 1 इलेक्ट्रॉन का त्याग करके किसी अन्य तत्व के साथ आयनिक बॉन्ड बना सकते हैं। इसलिये ये अत्यधिक इलेक्ट्रोपॉजिटिव और प्रतिक्रियाशील धातु हैं।
प्रश्न (b): हीलियम एक अक्रिय गैस है और नियॉन बहुत ही कम प्रतिक्रियाशीलता दिखाता है। इन दोनों के परमाणुओं में क्या समानता है?
उत्तर: हीलियम और नियॉन की बाहरी कक्षा पूरी तरह से भरी हुई होती हैं। इसलिये ये तत्व स्टेबल हैं और अक्रिय हैं।
प्रश्न 12: मॉडर्न पीरियॉडिक टेबल के पहले 10 तत्वों में धातु कौन हैं?
उत्तर: लीथियम और बेरीलियम
प्रश्न 13: पीरियॉडिक टेबल में स्थान के अनुसार, इनमें से कौन सा तत्व सबसे अधिक मेटलिक गुण दिखायेगा? (Ga, Ge, As, Se, Be)
उत्तर: पीरियड 2 में बेरीलियम सबसे बाईं तरफ है, जबकि Ga, Ge, As और Se दाईं ओर। हम जानते हैं कि किसी पीरियड में बाएँ से दाएँ जाने पर मेटलिक गुण कम होने लगता है। इसलिये बेरीलियम सबसे अधिक मेटलिक गुण दिखायेगा।