तत्वों का आवर्ती वर्गीकरण
मेंडेलीव का पीरियॉडिक टेबल
दमित्री इवानोविच मेंडेलीव एक रूसी वैज्ञानिक था। उसने गौर किया कि तत्वों के भौतिक और रासायनिक गुणों में आवर्त होता है। अपने अवलोकन के आधार पर मेंडेलीव ने पीरियॉडिक नियम प्रतिपादित किया।
मेंडेलीव का पीरियॉडिक नियम: “तत्वों के गुण धर्म उनके परमाणु द्रव्यमान का आवर्ती फलन होते हैं।“
मेंडेलीव के पीरियॉडिक टेबल को सबसे पहले एक जर्मन जर्नल में 1872 में प्रकाशित किया गया। मेंडेलीव के पीरियॉडिक टेबल में कॉलम और रो हैं। कॉलम को ‘ग्रुप’ कहा जाता है और रो को ‘पीरियड’ कहा जाता है। ऑक्साइड और हाइड्राइड के फॉर्मूले को कॉलम के ऊपर में लिखा गया है। ऑक्सीजन और हाइड्रोजन ज्यादातर तत्वों के साथ कंपाउंड बनाते हैं, इसलिये मेंडेलीव ने ऑक्साइड और हाइड्राइड का अध्ययन किया था।
मेंडेलीव के पीरियॉडिक टेबल की उपलब्धियाँ
मेंडेलीव ने अपने पीरियॉडिक टेबल में कुछ स्थानों पर अधिक एटमिक मास वाले तत्व को कम एटमिक मास वाले तत्व से पहले रखा। ऐसा इसलिये किया गया ताकि समान गुण वाले तत्व एक ही ग्रुप के अंदर रहें। उदाहरण के लिये; कोबाल्ट (एटमिक मास 58.9) को निकेल (एटमिक मास 58.7) के पहले रखा गया। इसी तरस से अलमुनियम (एटमिक मास 28.98) को सिलिकॉन (एटमिक मास 28.09) के पहले रखा गया।
मेंडेलीव ने अपने पीरियॉडिक टेबल में कुछ खाली जगह भी छोड़ा था और भविष्यवाणी की थी कि वे खाली स्थान भविष्य में खोजे जाने वाले तत्वों से भरेंगे। मेंडेलीव ने इन तत्वों के नाम के लिये उस ग्रुप में उस स्थान के पहले के तत्व के नाम में ‘एका’ प्रीफिक्स लगा दिया।
स्कैंडियम, गैलियम और जर्मेनियम के गुण क्रमश: एका-बोरोन, एका-अल्मुनियम और एका-सिलिकॉन से मिलते हैं। नीचे दिये गये टेबल में एका-अलमुनियम और गैलियम की तुलना की गई है।
गुण | एका-अलमुनियम | गैलियम |
---|---|---|
एटमिक मास | 68 | 69.7 |
ऑक्साइड का फॉर्मूला | E203 | Ga203 |
क्लोराइड का फॉर्मूला | ECl3 | GaCl3 |
जब नोबल गैसों की खोज हुई तो इन्हें आसानी से एक नये ग्रुप में रखा गया; जिससे मेंडेलीव के पीरियॉडिक टेबल के मूल रूप में कोई फेरबदल नहीं करना पड़ा। मेंडेलीव के पीरियॉडिक टेबल की यह एक बड़ी खासियत थी।
मेंडेलीव के पीरियॉडिक टेबल की कमियाँ
हाइड्रोजन का स्थान: मेंडेलीव के पीरियॉडीक टेबल में हाइड्रोजन का स्थान बहस का मुद्दा हो सकता है। हाइड्रोजन का इलेक्ट्रॉनिक कंफिगरेशन अल्काली मेटल जैसा है क्योंकि दोनों की बाहरी कक्षा में 1 इलेक्ट्रॉन रहता है। हाइड्रोजन और अल्काली मेटल हैलोजन, ऑक्सीजन और सल्फर के साथ मिलकर एक ही जैसे फॉर्मूले वाले कंपाउंड बनाते हैं। इसे नीचे दिये गये टेबल में दिखाया गया है।
हाइड्रोजन के कंपाउंड | सोडियम के कंपाउंड |
---|---|
HCl | NaCl |
H2O | Na2O |
H2S | Na2S |
हाइड्रोजन और हैलोजन भी समान गुण दिखाते हैं। हाइड्रोजन और हैलोजन दोनों प्रकृति में डाईएटमिक मॉलिक्यूल के रूप में पाये जाते हैं। दोनों ही धातु और अधातु के साथ मिलकर कोवैलेंट कंपाउंड बनाते हैं।
इसलिये, ऐसा कहा जा सकता है कि मेंडेलीव के टेबल में हाइड्रोजन का स्थान सही नहीं है।
आइसोटोप का स्थान: समान रासायनिक गुण लेकिन विभिन्न एटमिक मास वाले पदार्थों को आइसोटोप कहते हैं। चूँकि मेंडेलीव का पीरियॉडिक टेबल एटमिक मास पर आधारित था इसलिए इसमें आइसोटोप को उचित स्थान नहीं मिला था। ये भी ध्यान रखना होगा कि मेंडेलीव के समय में आइसोटोप के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।