हमारा पर्यावरण
पाठ से प्रश्न
प्रश्न: 1 कुछ पदार्थ बायोडिग्रेडेबल और कुछ नॉन-बायोडिग्रेडेबल क्यों होते हैं?
उत्तर: कुछ पदार्थ बायोलोजिकल प्रक्रिया द्वारा अपघटित हो सकते हैं क्योंकि कुछ एनजाइम उनपर काम करते हैं। लेकिन कुछ पदार्थ बायोलोजिकल प्रक्रिया द्वारा अपघटित नहीं हो सकते हैं क्योंकि एनजाइम उनपर काम नहीं करते हैं। इसलिये कुछ पदार्थ बायोडिग्रेडेबल होते हैं और कुछ पदार्थ नॉन-बायोडिग्रेडेबल होते हैं।
प्रश्न: 2 कोई दो तरीके बताएँ जिनसे बायोडिग्रेडेबल पदार्थ पर्यावरण को प्रभावित करते हैं।
उत्तर:दो तरीके जिनसे बायोडिग्रेडेबल पदार्थ पर्यावरण को प्रभावित करते हैं, इस प्रकार हैं:
पॉजिटिव तरीका: बायोडिग्रेडेबल पदार्थ के कारण पर्यावरण में कई पदार्थों की रिसाइकलिंग होती है। इस तरह से ऐसे पदार्थ पर्यावरण हितैषी होते हैं।
नेगेटिव तरीका: बायोडिग्रेडेबल पदार्थ के अपघटन के समय चारों ओर बदबू फैल जाती है। इसके अलावा, बायोडिग्रेडेबल कचरे के ढ़ेर में बीमारी फैलाने वाले जर्म पनपते रहते हैं।
प्रश्न: 3 दो तरीके बताएँ जिनसे नॉन-बायोडिग्रेडेबल पदार्थ पर्यावरण को प्रभावित करते हैं।
उत्तर: दो तरीके जिनसे नॉन-बायोडिग्रेडेबल पदार्थ पर्यावरण को प्रभावित करते हैं, इस प्रकार हैं:
पॉजिटिव तरीका: नॉन-बायोडिग्रेडेबल पदार्थों को रिसाइकल करके नये सामान बनाये जा सकते हैं। ऐसे पदार्थों को रिसाइकल करने से प्राकृतिक संसाधनों के दोहन को रोका जा सकता है।
नेगेटिव तरीका: नॉन-बायोडिग्रेडेबल कचरा पर्यावरण में जमा होता रहता है। इससे पर्यावरण को नुकसान होता है।
प्रश्न: 4 ट्रॉफिक लेवल क्या होते हैं? एक फूड चेन के उदाहरण से विभिन्न ट्रॉफिक लेवल को दिखाएँ।
उत्तर: किसी भी फूड चेन के विभिन्न स्तर को ट्रॉफिक लेवल कहते हैं। फूड चेन और ट्रॉफिक लेवल का उदाहरण नीचे दिया गया है।
घास ⇨ ग्रासहॉपर ⇨ मेंढ़क ⇨ साँप
प्रोड्यूसर ⇨ प्राइमरी कंज्यूमर ⇨ सेकंडरी कंज्यूमर ⇨ टरशियरी कंज्यूमर
प्रश्न: 5 इकोसिस्टम में डिकम्पोजर की क्या भूमिका रहती है?
उत्तर: डिकम्पोजर का काम है सजीवों से निकलने वाले कचरे और उनके अवशेषों को डिकम्पोज करना। इकोसिस्टम में एबायोटिक कॉम्पोनेंट को रिसाइकल करने के लिये डिकम्पोजीशन जरूरी होता है।
प्रश्न: 6 ओजोन क्या है? इकोसिस्टम पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर: ओजोन का एक मॉलिक्यूल ऑक्सीजन के तीन एटम से बना होता है। यह ओज़ोन लेयर का निर्माण करता है। ओजोन लेयर सूर्य से आने वाली खतरनाक अल्ट्रावायलेट रेडियेशन को ट्रोपोस्फेयर तक आने से रोकता है। इस तरह से यह लेयर सजीवों को खतरनाक अल्ट्रावायलेट रेडियेशन से सुरक्षा प्रदान करता है।
प्रश्न: 7 कचरे के निपटान में आप कैसे मदद कर सकते हैं? कोई दो तरीके बताएँ।
उत्तर: कचरे का सही निपटान निम्नलिखित तरीके से किया जा सकता है:
- यदि हम अपने कंजम्पशन को कम कर दें तो कम कचरा बनेगा।
- बायोडिग्रेडेबल और नॉन-बायोडिग्रेडेबल कचरे को सही तरीके से अलग करके।
NCERT अभ्यास प्रश्न
प्रश्न: 1 इनमें से किस ग्रुप में केवल बायोडिग्रेडेबल पदार्थ हैं?
- घास, फूल और चमड़ा
- घास, लकड़ी और प्लास्टिक
- फल के छिलके, केक और नींबू का रस
- केक, लकड़ी और घास
उत्तर: (c) और (d)
प्रश्न: 2 इनमें से कौन फूड चेन का उदाहरण है?
- घास, गेहूँ और आम
- घास, बकरी और आदमी
- बकरी, गाय और हाथी
- घास, मछली और बकरी
उत्तर: (b) घास, बकरी और आदमी
प्रश्न: 3 इनमें से कौन काम पर्यावरण हितैषी है?
- खरीददारी के लिये कपड़े का बैग ले जाना
- जरूरत न होने पर पंखे और लाइट को ऑफ करना
- माता पिता के स्कूटर से जाने की बजाय पैदल स्कूल जाना
- इनमे से सभी
उत्तर: (d) इनमें से सभी
प्रश्न: 4 यदि किसी एक ट्रॉफिक लेवल के सभी जीवों को मार दिया जाये तो क्या होगा?
उत्तर: यदि किसी एक ट्रॉफिक लेवल के सभी जीवों को मार दिया जाये, तो इससे इकोसिस्टम का संतुलन बिगड़ जायेगा। उदाहरण के लिये, यदि सभी प्लांट का सफाया हो जाये तो शाकाहारी जानवरों के लिये भोजन नहीं मिलेगा। फिर सारे शाकाहारी जानवर भूख से मर जायेंगे। उसके बाद मांसाहारी जानवर भी भोजन की कमी के कारण मारे जाएँगे।
यदि सारे शाकाहारी जानवरों को मार दिया जाये तो मांसाहारी जानवरों के लिये भोजन नहीं बचेगा। इससे सभी मांसाहारी जानवर भूख से मर जाएँगे। शाकाहारी जानवरों की अनुपस्थिति में प्लांट की आबादी तेजी से बढ़ेगी। इससे प्लांट के बीच कंपिटीशन बहुत बढ़ जायेगा और एक समय के बाद वे भी नहीं बचेंगे।
प्रश्न: 5 किसी भी ट्रॉफिक लेवल से सभी जीवों को साफ कर देने का असर विभिन्न ट्रॉफिक लेवल के अलग अलग होगा या एक जैसा? क्या इकोसिस्टम को कोई नुकसान पहुँचाए बिना किसी भी ट्रॉफिक लेवल के सारे जीवों को हटाना संभव है?
उत्तर: किसी भी ट्रॉफिक लेवल से सारे जीवों को हटाने का असर हर ट्रॉफिक लेवल के लिये एक जैसा होगा। इससे हर हालत में इकोसिस्टम को नुकसान पहुँचेगा। ऐसी स्थिति में भोजन की कमी के कारण ऊपर के ट्रॉफिक लेवल के जीव खत्म हो जाएँगे। नीचे के ट्रॉफिक लेवल के जीव बेहिसाब बढ़ती हुई जनसंख्या के कारण तबाह हो जाएँगे।
प्रश्न: 6 बायोलोजिकल मैग्निफिकेशन क्या है? इस मैग्निफिकेशन का स्तर विभिन्न ट्रॉफिक लेवल में कैसा होगा?
उत्तर: कुछ हानिकारक पदार्थ जब फूड चेन के विभिन्न स्तर से पास करते हैं तो उनकी मात्रा बढ़ती जाती है। इस घटना को बायोएक्युमुलेशन कहते हैं। इस मैग्निफिकेशन का स्तर नीचे के ट्रॉफिक लेवल में कम होता है। लेकिन ऊपर के ट्रॉफिक लेवल में बायोएक्युमुलेशन बहुत अधिक हो जाता है।
प्रश्न: 7 नॉन-बायोडिग्रेडेबल कचरे से क्या समस्या उत्पन्न होती है?
उत्तर: नॉन-बायोडिग्रेडेबल कचरा पर्यावरण में जमा होता रहता है। यह पर्यावरण के लिये नुकसानदेह साबित होता है। अब प्लास्टिक का उदाहरण लेते हैं। प्लास्टिक का कचरा हमारे चारों ओर बढ़ता ही जा रहा है। इससे नालियाँ जाम होती है, आवारा पशुओं को नुकसान होता है, और मिट्टी की उर्वरा शक्ति प्रभावित होती है।
प्रश्न: 8 यदि हम केवल बायोडिग्रेडेबल कचरा ही उत्पन्न करने लगें, तो क्या इसका पर्यावरण पर कोई असर नहीं पड़ेगा?
उत्तर: बायोडिग्रेडेबल कचरे से भी पर्यावरण पर कुछ न कुछ असर पड़ता है। बायोडिग्रेडेबल पदार्थों से पर्यावरण में मूलभूत पदार्थों की रिसाइकलिंग में मदद मिलती है। इसलिये बायोडिग्रेडेबल कचरा पर्यावरण हितैषी होता है। बायोडिग्रेडेबल कचरे के डिकम्पोजीशन के दौरान चारों ओर बदबू फैल जाती है। इसके अलावा, ऐसे कचरे पर कई बीमारियों के जर्म पनपते हैं। इससे पर्यावरण को नुकसान भी होता है।
प्रश्न: 9 ओजोन लेयर को होने वाली क्षति चिंता का विषय क्यों है? इस क्षति की रोकथाम के लिये क्या कदम उठाये गये हैं?
उत्तर: ओजोन लेयर हमारे लिये एक सुरक्षा कवच का काम करता है। यह सूरज से आने वाली खतरनाक अल्ट्रावायलेट रेडियेशन को रोकता है। ओजोन लेयर को क्षति होने से हमपर अल्ट्रावायलेट रेडियेशन का खतरा बढ़ जाता है। इस क्षति की रोकथाम के लिये कई कदम उठाए गये हैं। युनाइटेड नेशन एंवायरनमेंट प्रोग्राम ने 1987 एक समझौता बनाया जिसमें सीएफसी के उत्पादन को 1986 के स्तर पर फ्रीज करने की बात की गई थी। 1990 के दशक की शुरुआत में सीएफसी को फेज आउट करने के लिये कई देशों ने एक समझौते पर साइन किये। आज अधिकतर देशों में सीएफसी का उत्पादन बंद कर दिया गया है। इससे ओजोन लेयर को बचाने में काफी मदद मिली है।