शुद्ध पदार्थ या मिश्रण
पाठ से प्रश्न
प्रश्न 1: शुद्ध पदार्थ से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: जो पदार्थ एक ही प्रकार के कणों से बना हो उसे शुद्ध पदार्थ कहते हैं।
प्रश्न 2: समांगी और विषमांगी मिश्रणों में अंतर बताएँ।
उत्तर: जिस मिश्रण के हर भाग का संघटन एक समान होता हि उसे समांगी मिश्रण कहते हैं। समांगी मिश्रण स्थाई होता है। जिस मिश्रण के विभिन्न भागों के संघटन भिन्न होते हैं उसे विषमांगी मिश्रण कहते हैं। विषमांगी मिश्रण अस्थाई होता है।
प्रश्न 3: उदाहरण के साथ समांगी एवं विषमांगी मिश्रणों में विभेद कीजिए।
उत्तर:
समांगी मिश्रण | विषमांगी मिश्रण |
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मिश्रण के हर भाग का संघटन एक समान होता है। | अलग-अलग भागों का संघटन अलग-अलग होता है। |
मिश्रण स्थाई होता है। | मिश्रण अस्थाई होता है। |
टिनडल प्रभाव नहीं दिखता है। | टिनडल प्रभाव दिखता है। |
उदाहरण: जल में चीनी का विलयन | उदाहरण: दूध |
प्रश्न 4: विलयन, निलंबन और कोलाइड एक दूसरे से किस प्रकार भिन्न हैं?
उत्तर:
विलयन | निलंबन | कोलाइडल विलयन |
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विलयन एक समांगी मिश्रण है। | निलंबन एक असमांगी मिश्रण है। | कोलाइडल विलयन एक असमांगी मिश्रण है। |
विलयन के कण का व्यास 1 nm (10-9 m) से कम होता है। | निलंबन के कण का व्यास 1 nm (10-9 m) से अधिक होता है। | कोलाइडल विलयन के कण का व्यास 1 nm (10-9 m) से अधिक होता है। |
विलयन के कण प्रकाश की किरण को फैलाते नहीं हैं। इसलिए विलयन में प्रकाश का मार्ग नहीं दिखाई देता है। | निलंबन के कण प्रकाश की किरण को फैला देते हैं। इसलिए निलंबन में प्रकाश का मार्ग दिखाई देता है। | कोलाइडल विलयन के कण इतने छोटे होते हैं कि प्रकाश की किरण को आसानी से फैला देते हैं। |
विलयन स्थाई होता है यानि विलयन को शांत छोड़ देने पर भी विलेय के कण नीचे नहीं बैठते हैं। | निलंबन अस्थाई होता है यानि निलंबन को शांत छोड़ देने पर उसके कण नीचे बैठ जाते हैं। | कोलाइडल विलयन स्थाई होता है यानि कोलाइडल विलयन को शांत छोड़ देने पर उसके कण नीचे नहीं बैठते हैं। |
विलयन के कणों को छान कर अलग नहीं किया जा सकता है। | निलंबन के कणों को छान कर अलग किया जा सकता है। | कोलाइडल विलयन के कणों को अपकेंद्रीकरण तकनीक द्वारा अलग किया जा सकता है। |
प्रश्न 5: एक संतृप्त विलयन बनाने के लिए 36 ग्रा सोडियम क्लोराइड को 100 ग्रा जल में 293 K पर घोला जाता है। इस तापमान पर इसकी सांद्रता प्राप्त करें।
उत्तर: सांद्रता = (सोडियम क्लोराइड का द्रव्यमान/विलयन का द्रव्यमान) × 100
सोडियम क्लोराइड का द्रव्यमान = 36 ग्रा
विलयन का द्रव्यमान = 100 + 36 = 136 ग्रा
इसलिए सांद्रता = 36 ÷ 136 × 100 = 26.47%
प्रश्न 6: पेट्रोल और मिट्टी का तेल जो कि आपस में घुलनशील हैं, के मिश्रण को आप कैसे पृथक करेंगे? पेट्रोल तथा मिट्टी के तेल के क्वथनांकों में 25° C से अधिक का अंतराल है।
उत्तर: प्रभाजी आसवन द्वारा
प्रश्न 7: पृथक करने की सामान्य विधियों के नाम दें:
- दही से मक्खन
- समुद्री जल से नमक
- नमक से कपूर
उत्तर: (a) अपकेंद्रीकरण, (b) क्रिस्टलीकरण, (c) ऊर्ध्वपातन
प्रश्न 8: क्रिस्टलीकरण विधि से किस प्रकार के मिश्रणों को पृथक किया जा सकता है?
उत्तर: सांद्र विलयन से शुद्ध ठोस प्राप्त करने के लिए क्रिस्टलीकरण विधि का प्रयोग किया जाता है।
प्रश्न 9: निम्न को रासायनिक और भौतिक परिवर्तनों में वर्गीकृत करें:
- पेड़ों को काटना
- मक्खन का एक बर्तन में पिघलना
- अलमारी में जंग लगना
- जल का उबलकर वाष्प बनना
- विद्युत तरंग का जल में प्रवाहित होना तथा उसका हाइड्रोजन और ऑक्सीजन गैसों में विघटित होना
- जल में साधारण नमक का घुलना
- फलों से सलाद बनाना
- लकड़ी और कागज का जलना
उत्तर: (a) भौतिक परिवर्तन: a, b, d, f, g
रासायनिक परिवर्तन: c, e, h
प्रश्न 10: अपने आस-पास की चीजों को शुद्ध पदार्थों या मिश्रण से अलग करने का प्रयत्न करें।
उत्तर: आप आसानी से अपने घर में कुछ शुद्ध पदार्थ ढ़ूँढ़ सकते हैं; जैसे लोहा, तांबा, चाँदी, नमक, आदि।
मिश्रण के कुछ उदाहरण हैं: दूध, पीने का पानी, घी, वायु, आदि।