स्वतंत्रता के बाद
NCERT अभ्यास
प्रश्न 1: नवस्वाधीन भारत के सामने कौन सी तीन समस्याएँ थीं?
उत्तर: नवस्वाधीन भारत के सामने तीन मुख्य समस्याएँ इस प्रकार हैं।
- बड़ी संख्या में आये शरणार्थियों का पुनर्वसन
- देशी रियासतों को नये राष्ट्र में स्वांगीकरण
- विविधता से भरे देश को एकजुट रखना
प्रश्न 2: योजना आयोग की क्या भूमिका थी?
उत्तर: आर्थिक विकास के लिए योजना बनाने और काम करने के लिए योजना आयोग का गठन किया गया था। योजना आयोग को ऐसी नीतियाँ बनाना था जिनसे देश में उत्पादकता बढ़े और रोजगार का सृजन हो।
प्रश्न 3: रिक्त स्थान भरें
- केंद्रीय सूची में ..............., …………. और ............... विषय रखे गये थे।
- समवर्ती सूची में ............ और ............ विषय रखे गए थे।
- वह आर्थिक योजना जिसमें सरकारी और निजी, दोनों क्षेत्रों को विकास में भूमिका दी गई थी, उसे ............... मॉडल कहा जाता था।
- ............. की मृत्यु से इतना जबरदस्त आंदोलन पैदा हुआ कि सरकार को आंध्र भाषी राज्य के गठन की माँग को मानना पड़ा।
उत्तर: (a) कर, सुरक्षा और विदेश नीति, (b) कृषि और वन, (c) मिश्रित, (d) पोट्टी श्रीरामुलू
प्रश्न 4: सही या गलत बताएँ
- आजादी के समय ज्यादातर भारतीय गाँवों में रहते थे।
- संविधान सभा कांग्रेस पार्टी के सदस्यों से मिलकर बनी थी।
- पहले राष्ट्रीय चुनावों में केवल पुरुषों को ही वोट डालने का अधिकार दिया गया था।
- दूसरी पंचवर्षीय योजना में भारी उद्योगों के विकास पर जोर दिया गया था।
उत्तर: (a) सही, (b) गलत, (c) गलत, (d) सही
प्रश्न 5: "राजनीति में हमारे पास समानता होगी और सामाजिक और आर्थिक जीवन में हम असमानता की राह पर चलेंगे" कहने के पीछे डॉ अंबेदकर का क्या आश्रय था?
उत्तर: यहाँ पर राजनीतिक समानता का मतलब है सार्वभौमिक मताधिकार। भारत के हर वयसक को मताधिकार देकर राजनीतिक समानता लाई गई। लेकिन सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में कुछ लोग बहुत आगे बढ़ जाते हैं तो कुछ पीछे छूट जाते हैं। इससे अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ती चली जाती है। अंबेदकर उसी खाई की बात कर रहे थे।
प्रश्न 6: स्वतंत्रता के बाद देश को भाषा के आधार पर राज्यों में बाँटने के प्रति हिचकिचाहट क्यों थी?
उत्तर: 1920 के दशक में कांग्रेस ने आजादी के बाद भाषा पर आधारित राज्यों को बनाने की बात की थी। लेकिन समुदाय के आधार पर देश के विभाजन ने राष्ट्रवादी नेताओं का मन बदल दिया था। वे भविष्य में ऐसी किसी भी विघटनकारी शक्तियों से बचना चाहते थे। इसलिए स्वतंत्रता के बाद देश को भाषा के आधार पर राज्यों में बाँटने के प्रति हिचकिचाहट थी।
प्रश्न 7: एक कारण बताइए कि आजादी के बाद भी भारत में अंग्रेजी क्यों जारी रही।
उत्तर: भाषा का मुद्दा एक गंभीर समस्या थी, क्योंकि भाषा के मामले में भारत में भारी विविधता है। कुछ नेताओं का कहना था कि अंग्रेजों की तरह अंग्रेजी भाषा की भी विदाई होनी चाहिए और हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में आगे बढ़ाना चाहिए। लेकिन गैर-हिंदी क्षेत्रों के लोग अपने ऊपर हिंदी को थोपे जाने के खिलाफ थे। इसलिए यह तय हुआ कि हिंदी को राजभाषा के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा और विभिन्न राज्यों के बीच संचार के लिए अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल होगा। इसलिए आजादी के बाद भी भारत में अंग्रेजी जारी रही।
प्रश्न 8: आजादी के बाद प्रारंभिक दशकों में भारत के आर्थिक विकास की कल्पना किस तरह की गई थी?
उत्तर: नये राष्ट्र के लिए गरीबी हटाना और आधुनिक तकनीकी और औद्योगिक आधार तैयार करना महत्वपूर्ण लक्ष्य थे। आर्थिक विकास के लिए योजना बनाने और काम करने के उद्देश्य से 1950 में योजना आयोग का गठन हुआ। हमारे नीति निर्माताओं ने मिश्रित अर्थव्यवस्था का मॉडल अपनाया। इस मॉडल के अनुसार आर्थिक विकास में सरकार और निजी सेक्टर दोनों का योगदान जरूरी था।
प्रश्न 9: मीरा बहन कौन थीं? उनके जीवन और आदर्शों के बारे में पता लगाएँ।
उत्तर: मीरा बहन या मीरा बेन गाँधी जी के आश्रम में उनके साथ रहती थीं। मूल रूप से उनका नाम मैडेलीन स्लेड था और उनक जन्म 1892 में ब्रिटेन में हुआ था। उनके पिता ब्रिटेन की रॉयल नेवी में एक अफसर थे। गाँधी जी के आदर्शों से प्रभावित होकर वे भारत आईं और गाँधी जी के आश्रम में रहने लगी। वे एक शत प्रतिशत गांधीवादी थीं और महात्मा गांधी के साथ स्वाधीनता संग्राम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। भारत के आजाद होने के बाद वे काफी दिनों तक यहाँ रहीं और समाज के लिए कई काम किए। बाद में वे ऑस्ट्रिया चली गईं, जहाँ 1982 में उनकी मृत्यु हो गई। उनके अहम योगदान के लिए उन्हें पद्म विभूषण से अलंकृत किया गया था।