समांतर चतुर्भुज
अभ्यास 4
Part 1
प्रश्न 7: P और Q क्रमश: त्रिभुज ABC की भुजाओं AB और BC के मध्य बिंदु हैं तथा R रेखाखंड AP का मध्य बिंदु है। दर्शाइए कि
(a) ar(PRQ) = `1/2` ar(ARC)
उत्तर: ΔAPQ, में AP का मध्यबिंदु R है।
इसलिए, ΔAPQ की एक माध्यिका RQ है।
इसलिए, ar(ΔPRQ) = `1/2` ar(ΔAPQ) ………. (1)
ΔABQ, में AB का मध्यबिंदु P है।
इसलिए, ΔABQ की एक माध्यिका QP है।
इसलिए, ar(ΔAPQ) = `1/2` ar(ΔABQ) ………….(2)
समीकरण (1) और (2) से
ar(ΔPRQ) = `1/2xx1/2` ar(ΔABQ)
= `1/4` ar(ΔABQ) = `1/4xx1/2` ar(ΔABC)
(चूँकि ΔABC की एक माध्यिका AQ है)
इसलिए, ar(ΔPRQ) = `1/8` ar(ΔABC) …………..(3)
अब, ar(ΔARC) = `1/2` ar(ΔAPC)
(चूँकि ΔAPC की एक माध्यिका CR है।)
= `1/2xx1/2` ar(ΔABC)
(चूँकि ΔABC की एक माध्यिका CP है)
इसलिए, ar(ΔARC) = `1/4` ar(ΔABC) ……………(4)
समीकरण (3) से
ar(ΔPRQ) = `1/8` ar(ΔABC)
= `1/2` × (`1/4` ar(ΔABC))
= `1/2` ar(ΔARC) (समीकरण (4) से)
इसलिए, ar(ΔPRQ) = `1/2` ar(ΔARC)
(b) ar(RQC) = `3/8` ar(ABC)
उत्तर: ΔRBC की एक माध्यिका PQ है
इसलिए, ar(RQC) = ar(RBQ)
= ar(PRQ) + ar(BPQ)
= `1/8` ar(ABC) + ar(BPQ) (प्रश्न (a) के समीकरण (3) से)
= `1/8` ar(ABC) + `1/2` ar(PBC) (चूँकि BPC की एक माध्यिका PQ है)
`=1/8` ar(ABC) + `1/2xx1/2` ar(ABC) (चूँकि ABC की एक माध्यिका CP है)
`=1/8` ar(ABC) + `1/4` ar(ABC)
इसलिए, ar(RQC) = `3/8` ar(ABC)
(c) ar(PBQ) = ar(ARC)
उत्तर: ABQ की एक माध्यिका QP है
इसलिए, ar(PBQ) = `1/2` ar(ABQ)
`=1/2xx1/2` ar(ABC) (चूँकि ABC की एक माध्यिका AQ है)
`=1/4` ar(ABC) = ar(ARC) (प्रश्न (a) के समीकरण (4) से)
इसलिए, ar(PBQ) = ar(ARC)
प्रश्न 8: इस आकृति में ABC एक समकोण त्रिभुज है जिसका कोण A समकोण है। BCED, ACFG और ABMN क्रमश: भुजाओं BC, CA और AB पर बने वर्ग हैं। रेखाखंड AC ⊥ DE भुजा BC को बिंदु Y पर मिलता है। दर्शाइए कि
(a) ΔMBC ≅ ΔABD
उत्तर: MB = AB (एक वर्ग की भुजाएँ)
BC = BD (एक वर्ग की भुजाएँ)
∠MBA = ∠DBC = 90° (वर्ग के कोण)
इसलिए, ∠MBA + ∠ABC = ∠DBC + ∠ABC
इसलिए, ∠MBC = ∠ABD
इसलिए, ΔMBC ≅ ΔABD (SAS प्रमेय)
(b) ar(BYXD) = 2 ar(MBC)
उत्तर: चतुर्भुज BYXD और ΔABD एक ही आधार BD पर और समांतर भुजाओं BD और AX के बीच बने हैं
इसलिए, ar(ΔABD) = `1/2` ar(BYXD)
पिछ्ले प्रश्न में सिद्ध हुआ था ΔMBC ≅ ΔABD
इसलिए, ar(ΔMBC) = `1/2` ar(BYXD)
या, ar(BYXD) = 2 ar(ΔMBC)
(c) ΔFCB ≅ ΔACE
उत्तर: FC = AC (एक वर्ग की भुजाएँ)
CB = CE (एक वर्ग की भुजाएँ)
∠ACF = ∠BCE = 90°
इसलिए, ∠ACF + ∠ACB = ∠BCE + ∠ACB
या, ∠FCB = ∠ACE
इसलिए, ΔFCB ≅ ΔACE
(d) ar(CYXE) = 2 ar(FCB)
उत्तर: CYXE और ΔACE एक ही आधार CE पर और समांतर रेखाओं AX और CE के बीच बने हैं
इसलिए, ar(CYXE) = 2 ar(ACE)
पिछले प्रश्न में हमने सिद्ध किया था ΔACE ≅ ΔFCB
इसलिए, ar(CYXE) = 2 ar(FCB)
(e) ar(CYXE) = ar(ACFG)
उत्तर: ACFG Δ FCB एक ही आधार FC पर और समांतर रेखाओं GB और FC के बीच बने हैं।
या, ar(ACFG) = 2 ar(FCB)
पिछले प्रश्न में हमने सिद्ध किया था ar(CYXE) = 2 ar(FCB)
इसलिए, ar(CYXE) = ar(ACFG)
(f) ar(BCED) = ar(ABMN) + ar(ACFG)
उत्तर: ar(BCED) = BC2
ar(ACFG) = AC2
ar(ABMN) = BA2
यहाँ पर, BC कर्ण है, और AC तथा BC समकोण त्रिभुज ABC की दो अन्य भुजाएँ हैं
पाइथागोरस प्रमेय के अनुसार,
`h^2=p^2+b^2`
इसलिए, ar(BCED) = ar(ABMN) + ar(ACFG)