विनिर्माण उद्योग
Extra Questions Answers
प्रश्न:1 विनिर्माण उद्योग क्या है?
उत्तर: जब कच्चे माल को मूल्यवान उत्पाद में बनाकर अधिक मात्रा में वस्तुओं का उत्पादन किया जाता है तो उस प्रक्रिया को विनिर्माण या वस्तु निर्माण कहते हैं।
प्रश्न:2 विनिर्माण उद्योग के महत्व क्या क्या हैं?
उत्तर: विनिर्माण उद्योग के महत्व निम्नलिखित हैं:
- विनिर्माण उद्योग से कृषि को आधुनिक बनाने में मदद मिलती है।
- विनिर्माण उद्योग से लोगों की आय के लिये कृषि पर से निर्भरता कम होती है।
- विनिर्माण से प्राइमरी और सेकंडरी सेक्टर में रोजगार के अवसर बढ़ाने में मदद मिलती है।
- इससे बेरोजगारी और गरीबी दूर करने में मदद मिलती है।
- विनिर्माण द्वारा उत्पादित वस्तुओं से निर्यात बढ़ता है जिससे विदेशी मुद्रा देश में आती है।
- किसी देश में बड़े पैमाने पर विनिर्माण होने से देश में संपन्नता आती है।
प्रश्न:3 उद्योग की अवस्थिति को प्रभावित करने वाले कारक कौन कौन से हैं?
उत्तर: उद्योग की अवस्थिति को प्रभावित करने वाले कुछ कारक निम्नलिखित हैं:
- कच्चे माल की उपलब्धता
- श्रम की उपलब्धता
- पूंजी की उपलब्धता
- ऊर्जा की उपलब्धता
- बाजार की उपलब्धता
- आधारभूत ढ़ाँचे की उपलब्धता
प्रश्न:4 कृषि पर आधारित उद्योगों के उदाहरण दें।
उत्तर: कपास, ऊन, जूट, सिल्क, रबर, चीनी, चाय, कॉफी, आदि।
प्रश्न:5 खनिज पर आधारित उद्योगों के उदाहरण दें।
उत्तर: लोहा इस्पात, सीमेंट, अलमुनियम, पेट्रोकेमिकल्स, आदि।
प्रश्न:6 आधारभूत उद्योग से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: जो उद्योग अन्य उद्योगों को कच्चे माल और अन्य सामान की आपूर्ति करते हैं उन्हें आधारभूत उद्योग कहते हैं। उदाहरण: लोहा इस्पात, तांबा प्रगलन, अलमुनियम प्रगलन, आदि।
प्रश्न:7 सार्वजनिक उद्योग से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: जो उद्योग सरकारी एजेंसियों द्वारा प्रबंधित होते हैं उन्हें पब्लिक सेक्टर कहते हैं। उदाहरण: SAIL, BHEL, ONGC, आदि।
प्रश्न:8 को-ऑपरेटिव सेक्टर से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: जिन उद्योगों का प्रबंधन कच्चे माल के निर्माता या सप्लायर या कामगार या दोनों द्वारा किया जाता है उन्हें को-ऑपरेटिव सेक्टर कहते हैं। इस प्रकार के उद्योग में संसाधनों को संयुक्त रूप से इकट्ठा किया जाता। इस सिस्टम में लाभ या हानि को अनुपातिक रूप से वितरित किया जाता है। मशहूर दूध को-ऑपरेटिव अमूल इसका बेहतरीन उदाहरण है। महाराष्ट्र का चीनी उद्योग इसका एक और उदाहरण है। लिज्जत पापड़ भी को-ऑपरेटिव सेक्टर का एक अच्छा उदाहरण है।
प्रश्न:9 सूती कपड़ा उद्योग की क्या समस्याएँ हैं?
उत्तर: इस उद्योग की मुख्य समस्याएँ हैं बिजली की अनियमित सप्लाई और पुरानी मशीनें। इसके अलावा अन्य समस्याएँ हैं; श्रमिकों की कम उत्पादकता और सिंथेटिक रेशों से कड़ी प्रतिस्पर्धा।
प्रश्न:10 जूट उद्योग मुख्य रूप से हुगली नदी के आस पास ही क्यों स्थित है?
उत्तर: हुगली घाटी के मुख्य गुण हैं; जूट उत्पादक क्षेत्रों से निकटता, सस्ता जल यातायात, रेल और सड़क का अच्छा जाल, जूट के परिष्करण के लिये प्रचुर मात्रा में जल और पश्चिम बंगाल, बिहार, उड़ीसा और उत्तर प्रदेश से मिलने वाले सस्ते मजदूर। इसलिये जूट उद्योग मुख्य रूप से हुगली नदी के आस पास स्थित है।
प्रश्न:11 भारत का चीनी उद्योग दक्षिण की तरफ क्यों शिफ्ट कर रहा है?
उत्तर: हाल के वर्षों में चीनी उद्योग दक्षिण की ओर शिफ्ट कर रहा है। ऐसा विशेष रूप से महाराष्ट्र में हो रहा है। इस क्षेत्र में पैदा होने वाले गन्ने में शर्करा की मात्रा अधिक होती है। इस क्षेत्र की ठंडी जलवायु से गन्ने की पेराई के लिये अधिक समय मिल जाता है।
प्रश्न:12 स्टील के उत्पादन और खपत को किसी देश के विकास के सूचक के रूप में क्यों लिया जाता है?
उत्तर: लोहा इस्त्पात उद्योग एक आधारभूत उद्योग है क्योंकि लोहे का इस्तेमाल मशीनों को बनाने में होता है। इस कारण से स्टील के उत्पादन और खपत को किसी भी देश के विकास के सूचक के रूप में लिया जाता है।
प्रश्न:13 भारत के मोटरगाड़ी उद्योग पर एक टिप्पणी लिखें।
उत्तर: आज भारत में लगभग हर प्रकार की मोटरगाड़ी बनती है। 1991 की उदारवादी नीतियों के बाद कई मोटरगाड़ी कम्पनियों ने भारत में काम शुरु कर दिया। आज का भारत मोटरगाड़ी के लिए अच्छा बाजार बन गया है। अभी भारत में कार और मल्टी यूटिलिटी वेहिकल के 15 निर्माता, कॉमर्सियल वेहिकल के 9 निर्माता और दोपहिया वाहन के 15 निर्माता हैं। मोटरगाड़ी उद्योग के मुख्य केंद्र हैं दिल्ली, गुड़गाँव, मुम्बई, पुणे, चेन्नई, कोलकाता, लखनऊ, इंदौर, हैदराबाद, जमशेदपुर, बंगलोर, सानंद, पंतनगर, आदि।