वन एवं वन्य जीव संसाधन
Extra Questions Answers
प्रश्न:1जैव विविधता से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: किसी भी क्षेत्र में पाए जाने वाले जंतुओं और पादपों की विविधता को उस क्षेत्र की जैव विविधता कहते हैं।
प्रश्न:2सामान्य प्रजाति किसे कहते हैं?
उत्तर: जिस प्रजाति की जनसंख्या जीवित रहने के लिये सामान्य हो तो उस प्रजाति को सामान्य प्रजाति कहते हैं।
प्रश्न:3संकटग्रस्त प्रजाति से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: जो प्रजाति लुप्त होने के कगार पर हो उसे संकटग्रस्त प्रजाति कहते हैं। उदाहरण: काला हिरण, मगरमच्छ, भारतीय जंगली गधा, भारतीय गैंडा, शेर-पूँछ वाला बंदर, संगाई (मणिपुरी हिरण), आदि।
प्रश्न:4सुभेद्य प्रजाति का क्या मतलब है?
उत्तर: जब किसी प्रजाति की जनसंख्या इतनी कम हो जाये कि उसके लुप्त होने की प्रबल संभावना हो जाये तो उसे सुभेद्य प्रजाति कहते हैं। उदाहरण: नीली भेड़, एशियाई हाथी, गंगा की डॉल्फिन, आदि।
प्रश्न:5संवर्धन वृक्षारोपण से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: जब व्यावसायिक महत्व के किसी एक प्रजाति के पादपों का वृक्षारोपण किया जाता है तो इसे संवर्धन वृक्षारोपण कहते हैं।
प्रश्न:6संसाधनों के कम होने से समाज पर क्या प्रभाव पड़ते हैं?
उत्तर: संसाधनों के कम होने से समाज पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ते हैं। कुछ चीजें इकट्ठा करने के लिये महिलाओं पर अधिक बोझ होता है; जैसे ईंधन, चारा, पेयजल और अन्य मूलभूत चीजें। इन संसाधनों की कमी होने से महिलाओं को अधिक काम करना पड़ता है। कुछ गाँवों में पीने का पानी लाने के लिये महिलाओं को कई किलोमीटर पैदल चलकर जाना होता है।
प्रश्न:7भारतीय वन्यजीवन (रक्षण) अधिनियम पर एक टिप्पणी लिखें।
उत्तर: सरकार ने भारतीय वन्यजीवन (रक्षण) अधिनियम 1972 को लागू किया। इस अधिनियम के तहत संरक्षित प्रजातियों की एक अखिल भारतीय सूची तैयार की गई। बची हुई संकटग्रस्त प्रजातियों के शिकार पर पाबंदी लगा दी गई। वन्यजीवन के व्यापार पर रोक लगाया गया। वन्यजीवन के आवास को कानूनी सुरक्षा प्रदान की गई। कई राज्य सरकारों और केंद्र सरकारों ने नेशनल पार्क और वन्यजीवन अभयारण्य बनाए। कुछ खास जानवरों की सुरक्षा के लिए कई प्रोजेक्ट शुरु किये गये, जैसे प्रोजेक्ट टाइगर।
प्रश्न:8आरक्षित वन से क्या समझते हैं?
उत्तर: जिस वन में शिकार और मानव गतिविधियों पर पूरी तरह प्रतिबंध हो उसे आरक्षित वन कहते हैं।
प्रश्न:9रक्षित वन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: जिस वन में शिकार और मानव गतिविधियों पर प्रतिबंध हो लेकिन उस वन पर निर्भर रहने वाले आदिवासियों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होती हो ऐसे वन को रक्षित वन कहते हैं।
प्रश्न:10ज्वाइंट फॉरेस्ट मैनेजमेंट पर एक टिप्पणी लिखें।
उत्तर: स्थानीय समुदाय द्वारा संरक्षण में भागीदारी का एक और उदाहरण है ज्वाइंट फॉरेस्ट मैनेजमेंट। यह कार्यक्रम उड़ीसा में 1988 से चल रहा है। इस कार्यक्रम के तहत गाँव के लोग अपनी संस्था का निर्माण करते हैं और संरक्षण संबंधी क्रियाकलापों पर काम करते हैं। उसके बदले में सरकार द्वारा उन्हें कुछ वन संसाधनों के इस्तेमाल का अधिकार मिल जाता है।