लोकतंत्र और विविधता
Exta Questions Answers
प्रश्न 1: सामाजिक विविधता से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: किसी भी समाज में विविधता तभी आती है जब उस समाज में विभिन्न आर्थिक तबके, धार्मिक समुदायों, विभिन्न भाषाई समूहों, विभिन्न संस्कृतियों और जातियों के लोग रहते हैं।
प्रश्न 2: भारत एक विविधतापूर्ण देश है। स्पष्ट करें।
उत्तर: भारत देश विविधताओं का एक जीता जागता उदाहरण है। इस देश में दुनिया के लगभग सभी मुख्य धर्मों के अनुयायी रहते हैं। यहाँ हजारों भाषाएँ बोली जाती हैं, अलग-अलग खान पान है, अलग-अलग पोशाक और तरह तरह की संस्कृति दिखाई देती है।
प्रश्न 3: यदि किसी सामाजिक समूह के लोग अपने आप को विशिष्ट मानने लगें तो इसका क्या परिणाम होता है?
उत्तर: लोग अपनी सामाजिक पहचान को किस रूप में लेते हैं इससे सामाजिक विविधता का राजनीति पर परिणाम तय होता है। यदि किसी खास समूह के लोग अपने को विशिष्ट मानने लगते हैं तो फिर वे सामाजिक विविधता को गले नहीं उतार पाते हैं।
प्रश्न 4: किसी समुदाय की मांग पर सरकार की प्रतिक्रिया का राजनीति पर क्या असर होता है?
उत्तर: यह इस पर भी निर्भर करता है कि किसी समुदाय की मांग पर सरकार की क्या प्रतिक्रिया होती है। यदि सरकार किसी समुदाय की मांग को उचित तरीके से मान लेती है तो फिर उस समुदाय की राजनीति सबल हो जाती है।
प्रश्न 5: सरकारी नौकरियों में आरक्षण से क्या लाभ हुए हैं?
उत्तर: सरकारी नौकरियों में आरक्षण से कई लाभ हुए हैं। आज सरकारी तंत्र में समाज के लगभग हर वर्ग का प्रतिनिधित्व दिखाई देता है। इससे यह पता चलता है कि समाज के हर वर्ग को सत्ता में साझेदारी मिलने लगी है। भारत एक मजबूत लोकतंत्र बनने की दिशा में अग्रसर है।
प्रश्न 6: सामाजिक विविधता को उचित सम्मान देने के लिए संविधान में क्या प्रावधान किये गये?
उत्तर: सामाजिक विविधता को उचित सम्मान देने के लिए दो प्रावधान किये गये:
पहला प्रावधान था देश के हर वयस्क नागरिक को मताधिकार देना।
दूसरा प्रावधान था अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति के लोगों को आरक्षण देना ताकि उन्हें राष्ट्र की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।