बल और दाब
NCERT अभ्यास
प्रश्न 1: धक्के या खिंचाव के द्वारा वस्तुओं की गति की अवस्था में परिवर्तन के दो दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर: धक्के के द्वारा वस्तु की गति की अवस्था में परिवर्तन के दो उदाहरण:
- जब मेज पर रखी किताब को धक्का दिया जाता है तो किताब गति की अवस्था में आ जाती है।
- जब कोई खिलाड़ी फुटबॉल पर किक मारता है तो फुटबॉल गतिशील हो जाती है।
खिंचाव के द्वारा वस्तु की गति की अवस्था में परिवर्तन के दो उदाहरण:
- जब कोई बैल बैलगाड़ी को खींचता है तो बैलगाड़ी चलने लगती है।
- जब रेल का इंजन पूरी रेलगाड़ी को खींचता है तो रेलगाड़ी चलने लगती है।
प्रश्न 2: ऐसे दो उदाहरण दीजिए जिनमें लगाए गए बल द्वारा वस्तु की आकृति में परिवर्तन हो जाए।
उत्तर: बल द्वारा वस्तु की आकृति में परिवर्तन के दो उदाहरण:
- आटे की लोई से चपाती बनाना
- कुम्हार द्वारा बरतन बनाना
प्रश्न 3: निम्नलिखित कथनों में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
- कुएँ से पानी निकालते समय हमें रस्सी को ................पड़ता है।
- एक आवेशित वस्तु अनावेशित वस्तु को .............. करती है।
- सामान से लदी ट्रॉली को चलाने के लिए हमें उसको ................... पड़ता है।
- किसी चुम्बक का उत्तरी ध्रुव दूसरे चुम्बक के उत्तरी ध्रुव को .............. करता है।
उत्तर: (a) खींचना, (b) आकर्षित, (c) धक्का देना, (d) प्रतिकर्षित
प्रश्न 4: एक धनुर्धर लक्ष्य पर निशाना साधते हुए अपने धनुष को खींचती है। तब वह तीर को छोड़ती है जो लक्ष्य की ओर बढ़ने लगता है। इस सूचना के आधार पर निम्नलिखित प्रकथनों में दिए गे शब्दों का उपयोग करके रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।
पेशीय/सम्पर्क/असम्पर्क/गुरुत्व/घर्षण/आकृति/आकर्षण
- धनुष को खींचने के लिए धनुर्ध एक बल लगाती है जिसके कारण, इसकी ............... में परिवर्तन होता है।
- धनुष को खींचने के लिए धनुर्धर द्वारा लगाया गया बल ................ बल का उदाहरण है।
- तीर की गति की अवस्था में परिवर्तन के लिए उत्तरदायी बल का प्रकार ............... बल का उदाहरण है।
- जब तीर लक्ष्य की ओर गति करता है तो इस पर लगने वाले बल ............ तथा वायु के .............. कारण होते हैं।
उत्तर: (a) आकृति, (b) पेशीय, (c) सम्पर्क, (d) गुरुत्व, घर्षण
प्रश्न 5: निम्न स्थितियों में बल लगाने वाले कारक, तथा जिस वस्तु पर बल लग रहा है, उनकों पहचानिए। प्रत्येक स्थिति में जिस रूप में बल का प्रभाव दिखाई दे रहा है उसे भी बताइए।
- रस निकालने के लिए नींबू के टुकड़ों को अँगुलियों से दबाना।
- दंत मंजन की ट्यूब से पेस्ट बाहर निकालना।
- दीवार में लगे हुए हुक से लटकी कमानी के दूसरे सिरे पर लटका एक भार।
- ऊँची कूद करते समय एक खिलाड़ी द्वारा एक निश्चित ऊँचाई की छड़ (बाधा) को पार करना।
उत्तर:
बल लगाने वाले कारक | वस्तु जिस पर बल लग रहा है | बल का प्रभाव | |
---|---|---|---|
(a) | अँगुलियों की पेशियाँ | नींबू | नींबू की आकृति में परिवर्तन |
(b) | अँगुलियों की पेशियाँ | दंतमंजन का ट्यूब | ट्यूब की आकृति में परिवर्तन, पेस्ट में गति |
(c) | गुरुत्व | कमानी | कमानी नीचे की ओर खिंच जाती है |
(d) | खिलाड़ी की पेशियाँ | खिलाड़ी का शरीर | खिलाड़ी गति की अवस्था में आ जाता है |
प्रश्न 6: एक औजार बनाते समय कोई लोहार लोहे के गर्म टुकड़े को हथौड़े से पीटता है। पीटने के कारण लगने वाला बल लोहे के टुकड़े को किस प्रकार प्रभावित करता है?
उत्तर: पीटने के कारण लगने वाले बल से लोहे की आकृति बदल जाती है।
प्रश्न 7: एक फुलाए हुए गुब्बारे को संश्लिष्ट कपड़े के टुकड़े से रगड़कर एक दीवार पर दबाया गया। यह देखा गया कि गुब्बारा दीवार से चिपक जाता है। दीवार तथा गुब्बारे के बीच आकर्षण के लिए उत्तरदायी बल का नाम बताइए।
उत्तर: स्थिरवैद्युत बल
प्रश्न 8: आप अपने हाथ में पानी से भरी एक प्लास्टिक की बाल्टी लटकाए हुए हैं। बाल्टी पर लगने वाले बलों के नाम बताइए। विचार विमर्श कीजिए कि बाल्टी पर लगने वाले बलों द्वारा इसकी गति की अवस्था में परिवर्तन क्यों नहीं होता।
उत्तर: बाल्टी पर पेशीय बल और गुरुत्व बल लग रहे हैं। दोनों बल एक दूसरे की विपरीत दिशा में लग रहे हैं और कुल बल का मान शून्य है। इसलिए, बाल्टी की गति की अवस्था में परिवर्तन नहीं होता।
प्रश्न 9: किसी उपग्रह को इसकी कक्षा में प्रमोचित करने के लिए किसी रॉकेट को ऊपर की ओर प्रक्षेपित किया गया। प्रमोचन मंच छोड़ने के तुरंत बाद रॉकेट पर लगने वाले दो बलों के नाम बताइए।
उत्तर: गुरुत्व बल और वायुमंडलीय दाब
प्रश्न 10: जब किसी ड्रॉपर के चंचु (नॉजल) को पानी में रखकर इसके बल्ब को दबाते हैं तो ड्रॉपर की वायु बुलबुलों के रूप में बाहर निकलती हुई दिखाई देती है। बल्ब पर से दाब हटा लेने पर ड्रॉपर में पानी भर जाता है। ड्रॉपर मे पानी के चढ़ने का कारण है
- पानी का दाब
- पृथ्वी का गुरुत्व
- रबड़ के बल्ब की आकृति
- वायुमंडलीय दाब
उत्तर: वायुमंडलीय दाब