बल और दाब
बल: किसी वस्तु पर लगने वाले दाब या खिंचाव को बल कहते हैं। बल के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें नीचे दी गई हैं।
- बल को लगाने के लिए कम से कम दो वस्तुओं के बीच परस्पर क्रिया जरूरी होती है। जब दो वस्तुओं के बीच परस्पर क्रिया होती है तभी उन दोनों वस्तुओं के बीच बल लगता है।
- जब दो बल एक ही दिशा में लगते हैं तो दोनों का परिमाण जुड़ जाता है।
- जब दो बल एक दूसरे की विपरीत दिशा में लगते हैं दो कुल बल दोनों के अंतर के बराबर होता है।
- बल को उसके परिमाण और दिशा के साथ व्यक्त किया जाता है। जब बल का परिमाण या उसकी दिशा बदलती है तो बल का प्रभाव भी बदलता है।
- आमतौर पर, किसी दिए गए समय में एक वस्तु पर एक से अधिक बल लग रहे होते हैं।
बल का प्रभाव
बल किसी भी वस्तु की गति की अवस्था को बदल सकता है। कोई वस्तु विराम की अवस्था में हो या चल रही हो, दोनों ही उसकी गति की अवस्थाएँ होती हैं। जब कोई वस्तु विराम की अवस्था में होती है तो उसकी चाल जीरो होती है।
विराम की अवस्था में बल का प्रभाव
जब कोई वस्तु विराम की अवस्था में होती है तो बल उसमें गति ला सकता है। उदाहरण के लिए, यदि कोई किताब मेज पर रखी है तो बल लगने से वह किताब बल की दिशा में गति करेगी।
गति की अवस्था में बल का प्रभाव
जब कोई वस्तु गतिशील होती है तो बल लगने पर उस पर निम्नलिखित प्रभाव पड़ सकते हैं।
- जब लगाये गए बल की दिशा गति की दिशा में हो तो वस्तु की गति बढ़ जाती है। जब कार का ड्राइवर एक्सीलेरेटर दबाता है तो गति की दिशा में बल लगता है। ऐसे में कार की गति बढ़ जाती है।
- जब लगाए गए बल की दिशा गति की विपरीत दिशा में हो तो वस्तु की गति घट जाती है। ऐसी स्थिति में वस्तु विराम की अवस्था में भी आ सकती है। जब कार का ड्राइवर ब्रेक दबाता है तो गति की विपरीत दिशा में बल लगता है। ऐसे में कार की गति घट जाती है या फिर कार रुक जाती है।
- जब लगाए गए बल की दिशा गति की दिशा से कोई न्यून कोण या अधिक कोण बनाती है तो वस्तु की गति की दिशा बदल जाती है। जब क्रिकेट के खेल में बैट्समैन बॉल पर अपनी बैट से बल लगाता है तो बॉल की गति की दिशा बदल जाती है।
आकृति पर बल का प्रभाव
बल किसी वस्तु की आकृति बदल सकता है। उदाहरण के लिए, जब आटे की लोई पर बेलन से बल लगाया जाता है वह चपाती में बदल जाती है। जब कोई कुम्हार मिट्टी की लोई पर बल लगाता है तो उसे किसी बरतन की आकृति दे देता है। जब गुब्बारे में हवा भरी जाती है तो हवा द्वारा लगाए गए बल के कारण गुब्बारे की आकृति बदल जाती है।