सत्ता की साझेदारी
Extra Questions Answers
प्रश्न 1: सत्ता की साझेदारी से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: जब किसी शासन व्यवस्था में हर सामाजिक समूह और समुदाय की भागीदारी सरकार में होती है तो इसे सत्ता की साझेदारी कहते हैं।
प्रश्न 2: लोकतंत्र का मूलमंत्र क्या है?
उत्तर: सत्ता की साझेदारी
प्रश्न 3: भारत में सरकार का चुनाव कैसे होता है?
उत्तर: भारत के नागरिक सीधे मताधिकार के माध्यम से अपने प्रतिनिधि को चुनते हैं। लोगों द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि एक सरकार को चुनते हैं।
प्रश्न 4: भारत में चुनी हुई सरकार के मुख्य कार्य क्या होते हैं?
उत्तर: भारत में एक चुनी हुई सरकार रोजमर्रा का शासन चलाती है और नये नियम बनाती है या पुराने नियमों और कानूनों में संशोधन करती है।
प्रश्न 5: लोकतंत्र में यह क्यों आवश्यक होता है कि सत्ता का बँटवारा अधिक से अधिक लोगों के बीच हो?
उत्तर: किसी भी लोकतंत्र में हर प्रकार की राजनैतिक शक्ति का स्रोत प्रजा होती है। यह लोकतंत्र का एक मूलभूत सिद्धांत है। ऐसी शासन व्यवस्था में लोग स्वराज की संस्थाओं के माध्यम से अपने आप पर शासन करते हैं। एक समुचित लोकतांत्रिक सरकार में समाज के विविध समूहों और मतों को उचित सम्मान दिया जाता है। जन नीतियों के निर्माण में हर नागरिक की आवाज सुनी जाती है। इसलिए लोकतंत्र में यह जरूरी हो जाता है कि राजनैतिक सत्ता का बँटवारा अधिक से अधिक नागरिकों के बीच हो।
प्रश्न 6: समाज में सौहार्द्र और शांति बनाये रखने में सत्ता की साझेदारी की क्या भूमिका है?
उत्तर: सत्ता की साझेदारी से विभिन्न सामाजिक समूहों में टकराव को कम करने में मदद मिलती है।
प्रश्न 7: सत्ता की साझेदारी के दो कारण कौन कौन से हैं?
उत्तर: सत्ता की साझेदारी के दो कारण होते हैं। एक है समझदारी भरा कारण और दूसरा है नैतिक कारण।
प्रश्न 8: सत्ता की साझेदारी के मुख्य रूप क्या हैं?
उत्तर: सत्ता की साझेदारी के मुख्य रूप निम्नलिखित हैं:
- शासन के विभिन्न अंगों के बीच सत्ता का बँटवारा
- शासन के विभिन्न स्तरों पर सत्ता का बँटवारा
- सामाजिक समूहों के बीच सत्ता का बँटवारा
- विभिन्न प्रकार के दबाव समूहों के बीच सत्ता का बँटवारा
प्रश्न 9: न्यायपालिका का मुख्य कार्य क्या होता है?
उत्तर: न्यायपालिका का काम होता है यह देखना कि विधायिका और कार्यपालिका सभी नियमों का सही ढ़ंग से पालन कर रही है या नहीं।
प्रश्न 10: संसद का मुख्य काम क्या होता है?
उत्तर: नये कानून बनाना और पुराने कानूनों में संशोधन करना