विद्युत तथा परिपथ
NCERT Solutions
प्रश्न 1: रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
(क) एक युक्ति जो परिपथ को तोड़ने के लिए उपयोग की जाती है, -------- कहलाती है।
(ख) एक विद्युत सेल में --------- टर्मिनल होते हैं।
उत्तर: (क) बिजली का स्वीच, (ख) दो
प्रश्न 2: निम्नलिखित कथनों के लिए सही या गलत लिखे।
(क) विद्युत-धारा धातुओं से होकर प्रवाहित हो सकती है।
(ख) विद्युत-परिपथ बनाने के लिए धातुओं के तारों के स्थान पर जूट की डोरी प्रयुक्त की जा सकती है।
(ग) विद्युत-धारा थर्मोकोल की सीट से होकर प्रवाहित हो सकती है।
उत्तर:(क) सही, (ख) गलत, (ग) गलत
प्रश्न 3: व्याख्या कीजिए की चित्र 12.13 में दर्शाई गई वयवस्था में बल्ब क्यों नहीं दीप्तिमान होता है?
उत्तर: चित्र 12.13 में दर्शाई गई वयवस्था में बल्ब के दीप्तिमान नहीं होने के निम्नलिखित कारण सम्भव है:
- उसका बल्ब फ्यूज हो सकता है।
- उसका जोड़ ढीला हो सकता है।
- सेल में संचित रासायनिक पदार्थ समाप्त हो चुका हो।
प्रश्न 4: चित्र 12.14 में दर्शाए गए आरेख को पूरा कीजिए और बताइए कि बल्ब को दीप्तिमान करने के लिए तारों के स्वतंत्र सिरों को किस प्रकार जोड़ना चाहिए?
उत्तर:
प्रश्न 5: विद्युत-स्विच को उपयोग करने का क्या प्रयोजन है। कुछ विद्युत साधित्रों के नाम बताइए जिसमें स्विच उसके अंदर ही निर्मित होते हैं।
उत्तर: विद्युत-स्विच विद्युत-परिपथ को जोड़ और तोड़ सकती है। इसलिए इसका उपयोग बल्ब को दीप्तिमान करने तथा अन्य बिजली की उपकरणों को अपनी सुविधानुसार चलाने और बंद करने के लिए करते हैं। इससे बिजली की बचत भी होती है। टेलीविजन, टेबल-फैन, वाशिंग मशीन, जूसर आदि कुछ विद्युत साधित्रें हैं जिसमें स्विच उसके अंदर ही निर्मित होते हैं।
प्रश्न 6: चित्र 12.14 में सुरक्षा पिन की जगह अगर रबड़ लगा दें तो क्या बल्ब दीप्तिमान होगा?
उत्तर: चित्र 12.14 में सुरक्षा पिन की जगह अगर रबड़ लगा दें तो बल्ब दीप्तिमान नहीं होगा। क्योंकि रबड़ विद्युत-रोधक वस्तु है। ये अपने अंदर से विद्युत-धारा को प्रवाहित नहीं होने देता है।
प्रश्न 7: क्या चित्र 12.15 में दिखाए गए परिपथ में बल्ब दीप्तिमान होगा?
उत्तर:
प्रश्न 8: किसी वस्तु के साथ “चालक-परिक्षित्र” का उपयोग करके यह देखा गया कि बल्ब दीप्तिमान होता है। क्या इस वस्तु का पदार्थ विद्युत-चालक है या विद्युत-रोधक? व्याख्या कीजिए।
उत्तर: किसी वस्तु के साथ “चालक-परिक्षित्र” का उपयोग करने पर बल्ब का दीप्तिमान होना यह सिद्ध करता है कि इस वस्तु का पदार्थ विद्युत-चालक है।
प्रश्न 9: आपके घर में स्विच की मरम्मत करते समय विद्युत-मिस्तरी रबड़ के दस्ताने क्यों पहनता है? व्याख्या कीजिए।
उत्तर: रबड़ विद्युत-रोधक वस्तु होता है। जिसके कारण ये अपने अंदर से विद्युत-धारा को प्रवाहित नहीं होने देता है। जब विद्युत-मिस्तरी हमारे घर में स्विच की मरम्मत करता है तो नंगे तार से उसके अंदर विद्युत प्रवाहित हो सकता है, इससे उसे शॉक लग सकता है। रबड़ के दस्ताने इस शॉक से उन्हें बचता है। इसलिए स्विच की मरम्मत करते समय विद्युत-मिस्तरी रबड़ के दस्ताने पहनता है।
प्रश्न 10: विद्युत-मिस्तरी द्वारा उपयोग किए जाने वाले औज़ार, जैसे- पेचकस और प्लायर्स के हत्थों पर प्राय: प्लास्टिक या लकड़ी का आवरण चढ़ें होते हैं। क्या आप इसका कारण समझा सकते हैं?
उत्तर: प्लास्टिक या लकड़ी विद्युत-रोधक वस्तु होता है। जो विद्युत-मिस्तरी को विद्युत शॉक से बचाता है। इसलिए विद्युत-मिस्तरी द्वारा उपयोग किए जाने वाले औज़ार, जैसे- पेचकस और प्लायर्स के हत्थों पर प्राय: प्लास्टिक या लकड़ी का आवरण चढ़े होते हैं।
Extra Questions Answers
प्रश्न 1: विद्युत-सेल में कितने सिरे होते हैं?
उत्तर: विद्युत-सेल में दो सिरे होते हैं। एक धनात्मक सिरा और दूसरा ऋणात्मक सिरा होता है।
प्रश्न 2: धनात्मक सिरा और ऋणात्मक सिरा को किस चिन्ह से दर्शाते हैं?
उत्तर: धनात्मक सिरा को प्लस(+) और ऋणात्मक सिरा को माइनस(-) के चिन्ह से दर्शाते हैं।
प्रश्न 3: बल्ब का तंतु किसे कहते हैं?
उत्तर: प्रकाश उत्सर्जित करने वाले पतले तार को बल्ब का तंतु कहते हैं। यह तंतु दो मोटे तारों के बीच लगा होता है।
प्रश्न 4: विद्युत-चालक किसे कहते हैं?
उत्तर: जो पदार्थ अपने अंदर विद्युत-धारा का प्रवाह होने देता है। उसे विद्युत-चालक कहते हैं। जैसे- लोहा, ऐलुमिनियम, तांबा, आदि
प्रश्न 5: विद्युत-रोधक किसे कहते हैं?
उत्तर: जो पदार्थ अपने अंदर विद्युत-धारा का प्रवाह नहीं होने देता है। उसे विद्युत-रोधक कहते हैं। जैसे- रबड़, प्लास्टिक, लकड़ी, आदि।
प्रश्न 6: वायु विद्युत-चालक या विद्युत-रोधक है?
उत्तर: वायु विद्युत-रोधक है।