प्रकाश: छाया और परावर्तन
प्रकाश: प्रकाश ऊर्जा का एक रूप है जिससे हमें देखने में मदद मिलती है। जब किसी वस्तु पर प्रकाश पड़ता है तो उसमें से कुछ प्रकाश परावर्तित हो जाता है। जब यह परावर्तित प्रकाश हमारी आँखों पर पड़ता है तो हम उस वस्तु को देख पाते हैं।
दीप्त वस्तु: जो वस्तु अपना प्रकाश उत्पन्न करती है उसे दीप्त वस्तु कहते हैं। उदाहरण: सूर्य, तारा, बल्ब, अंगारे, आदि।
अदीप्त वस्तु: जो वस्तु अपना प्रकाश उत्पन्न नहीं करती है उसे अदीप्त वस्तु कहते हैं। उदाहरण: चंद्रमा, कुर्सी, टेबल, आदि।
प्रकाश का गमन
प्रकाश हमेशा सीधी रेखा में गमन करता है। इसे एक सरल प्रयोग द्वारा सिद्ध किया जा सकता है।
- इसके लिए एक बेलनाकार नली लीजिए, जिसे आसानी से मोड़ा जा सके।
- इस नली से होकर प्रकाश के किसी स्रोत (बल्ब या मोमबत्ती) को देखने का प्रयास कीजिए।
- जब नली सीधी रहती है तो आप बल्ब को देख सकते हैं।
- जब नली मुड़ जाती है तो बल्ब को देखना संभव नहीं होता है।
- इससे सिद्ध होता है कि प्रकाश सरल रेखा में गमन करता है।
पारदर्शी: जिस वस्तु से होकर प्रकाश आर पार निकल जाता है उस वस्तु को पारदर्शी कहते हैं। हम किसी पारदर्शी वस्तु के आर पार साफ साफ देख सकते हैं। उदाहरण: काँच, पानी, आदि।
पारभाषी: जिस वस्तु से होकर प्रकाश की थोड़ी बहुत मात्रा निकल पाती है उसे पारभाषी कहते हैं। हम किसी पारभाषी वस्तु के आर पार धुंधला देख सकते हैं। उदाहरण: ट्रेसिंग पेपर, धुंधला काँच, आदि।
अपारदर्शी: जिस वस्तु से होकर प्रकाश नहीं निकल पाता है उस वस्तु को अपारदर्शी कहते हैं। हम किसी अपारदर्शी वस्तु के आर पार नहीं देख सकते हैं। उदाहरण: लकड़ी, लोहा, कंक्रीट, आदि।
छाया
जब प्रकाश किसी अपारदर्शी वस्तु पर पड़ता है तो वस्तु की दूसरी ओर उपस्थित परदे पर एक काला धब्बा बनता है। इस धब्बे को छाया कहते हैं। छाया के बनने के लिए तीन चीजें जरूरी हैं: प्रकाश का स्रोत, अपारदर्शी वस्तु और परदा।
छाया का आकार दो बातों पर निर्भर करता है: प्रकाश के स्रोत से दूरी और प्रकाश किरणों से वस्तु पर बनने वाला कोण। यदि प्रकाश का स्रोत वस्तु के निकट होता है तो छाया बड़ी बनती है। यदि प्रकाश का स्रोत वस्तु से दूर होता है तो छाया छोटी बनती है। यदि प्रकाश की किरणों का कोण छोटा होता है तो छाया बड़ी बनती है। यदि प्रकाश की किरणों का कोण बड़ा होता है तो छाया छोटी बनती है। आपने गौर किया होगा कि सुबह और शाम के समय किसी वस्तु की छाया लंबी बनती है, जबकि दोपहर के समय छाया छोटी बनती है।
सूची छिद्र कैमरा
सूची छिद्र कैमरा एक सरल उपकरण है। इस कैमरे से वास्तविक और उलटा प्रतिबिंब बनता है। एक सूची छिद्र कैमरा दो बक्सों से बना होता है। एक बक्सा दूसरे के भीतर इस तरह कसकर फिट रहता है कि इसे आगे पीछे खिसकाया जा सके। कैमरे के अगले भाग में एक सुई के नोक के बराबर छेद होता है। कैमरे के पिछले भाग पर एक पारभाषी परदा रहता है। बक्से को आगे पीछे खिसकाने से सूची छिद्र और परदे के बीच सही दूरी बनाने से परदे पर साफ प्रतिबिंब मिलता है।
दर्पण और परावर्तन
जब प्रकाश किसी चमकदार सतह पर पड़ता है तो प्रकाश की किरणें वापस मुड़ जाती हैं। इस घटना को प्रकाश का परावर्तन कहते हैं। दर्पण की सतह पर से प्रकाश का अधिकांश हिस्सा परावर्तित हो जाता है।