कचरा-संग्रहण एवम् निपटारन
NCERT Solutions
प्रश्न 1: निम्नलिखित के उत्तर दीजिए:
(क) लाल केंचुए किस प्रकार के कचरे को कम्पोस्ट में परिवर्तित नहीं करते हैं?
उत्तर: लाल केंचुए जैव अनिम्नीकरणीय पदार्थ को कम्पोस्ट में परिवर्तित नहीं करते हैं।
(ख) क्या आपने अपने कम्पोस्ट-गड्ढे में लाल केंचुओं के अतिरिक्त किसी अन्य जीव को भी देखा है? यदि हाँ, तो उसका नाम जानने का प्रयास कीजिए। उसका चित्र भी बनाइए।
उत्तर: कम्पोस्ट-गड्ढे में लाल केंचुओं के अतिरिक्त स्नेल और अन्य जीव भी हो सकते हैं।
प्रश्न 2: चर्चा कीजिए:
(क) क्या कचरे का निपटान केवल सरकार का ही उत्तरदायित्व है?
उत्तर: कचरे के निपटान का उत्तरदायित्व सरकार के अलावा आम आदमी का भी है। आम आदमी को भी इसमें सहयोग करना चाहिए। सार्वजनिक स्थान पर कहीं पर भी कचरा नहीं फेकना चाहिए। जब भी कूड़ा फेंके तो कूड़ेदान में ही फेंके। आम आदमी और सरकार दोनों के सहयोग से ही सही मायने में स्वच्छता को बनाए रखा जा सकता है।
(ख) क्या कचरे के निपटान से सम्बंधित समस्याओं को कम करना संभव है?
उत्तर: सतर्कता बरतने पर कचरे के निपटान से सम्बंधित समस्याओं को कम करना संभव हो सकता है। कूड़ा फेकते समय हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कौन सा गलित पदार्थ है और कौन सा अगलित पदार्थ। उन्हें एक दूसरे से अलग रखना चाहिए और उचित कूड़ेदान में फेकना चाहिए।
प्रश्न 3: घर में बचे हुए भोजन का आप क्या कर सकते हैं?
उत्तर: हमारे घर के सभी सदस्य कम से कम भोजन को बरबाद करने की कोशिश करते हैं। अगर कुछ भोजन बच जाता है तो उसे गली के जानवरों को खाने के लिए दे देते हैं।
प्रश्न 4: यदि आपको एवम् आपके मित्रों को किसी पार्टी में प्लास्टिक की प्लेट अथवा केले के पत्ते में खाने का विकल्प दिया जाए, तो आप किसे चुनेंगे और क्यों?
उत्तर: मैं केले के पत्तों में खाना पसंद करूंगी। क्योंकि केले के पत्ते गलित पदार्थ है जबकि प्लास्टिक का प्लेट अगलित पदार्थ है।
प्रश्न 5: विभिन्न प्रकार के कागज़ के टुकड़े एकत्र कीजिए। पता कीजिए कि इनमें से किसका पुन:चक्रण किया जा सकता है?
उत्तर: दो तरह के कागज़ होते हैं। एक सादा और एक जिसपर प्लास्टिक की परत चढ़ी होती है। जिसपर प्लास्टिक की परत चढ़ी होती है, उसका पुन:चक्रण नहीं किया जा सकता है। सादे कागज़ का पुन:चक्रण किया जा सकता है।
प्रश्न 6: लेंस की सहायता से कागज़ के उन टुकड़ों का प्रेक्षण कीजिए जिन्हें आपने उपरोक्त प्रश्नों के लिए एकत्रित किया था। क्या आप कागज़ की नई शीट एवम् पुन:चक्रित कागज़ की सामग्री में कोई अंतर देखते हैं?
उत्तर: कागज़ की नई शीट चिकनी होती है लेकिन पुन:चक्रित कागज़ खुरदरा होता है। लेंस की सहायता से कागज़ के उन टुकड़ों को देखने से ये दानेदार लगता है।
प्रश्न 7: पैकिंग में प्रयोग होने वाली विभिन्न प्रकार की वस्तुएँ एकत्रित कीजिए। इनमें से प्रत्येक का किस उद्देश्य के लिए उपयोग किया था? समूहों में चर्चा कीजिए।
उत्तर: पैकिंग में प्रयोग होने वाली विभिन्न प्रकार की वस्तुएँ विभिन्न उद्देश्य के लिए उपयोग किए जाते है। जो निम्न्लिखित है:
- प्लास्टिक कवर – कपड़े
- कार्ड्बोर्ड – चिनी मिट्टी, मिट्टी के बर्तन
- पेपर पैकेट – खाने की हल्की चीजों के लिए
- लकड़ी के बक्से – कीमती सामान और फल
- शीशे का कवर - शोपीस
- थर्मोकोल – इलेक्ट्रॉनिक आइटम
प्रश्न 8: एक ऐसा उदाहरण दीजिए जिसमें पैकेजिंग की मात्रा कम की जा सकती थी।
उत्तर: कभी-कभी किसी वस्तुओं को कई परतों में पैक किया जाता है। जैसे- कपड़े, खिलौने, चाकलेट आदि। इसमें पैकेजिंग की मात्रा कम की जा सकती है। खाने की चीजों, खासकर पकी हुई चीजों को प्लास्टिक की थैली में एकदम नहीं पैक करना चाहिए, क्योंकि ये स्वास्थ्य के साथ पर्यावरण के लिए भी बहुत ही घातक हैं।
प्रश्न 9: पैकेजिंग से कचरे की मात्रा किस प्रकार बढ़ जाती है, इस पर एक कहानी लिखिए।
उत्तर: किसी भी सामान की पैकिंग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है। इससे सामान जल्दी खराब नहीं होता है। इसको संभालना आसान हो जाता है। कभी-कभी किसी सामान को आकर्षक बनाने के लिए भी इसे पैक किया जाता है। जैसे किसी को जन्मदिन का तोहफा देने से पहले हम उसे पैक करवाते हैं। उसे चमकीले पन्नी या प्लास्टिक की परत चढ़े कागज़ से लपेटते हैं ताकि यह सुंदर लगे। लेकिन जब लोग इसे खोलते हैं तब इस रैपर को कूड़ेदान में फेंक देते हैं। साथ ही जन्मदिन की पार्टी में इस्तेमाल कोल्ड ड्रिंक्स के कैन, खाने का पेपर प्लेट, बैलून, रीबन आदि से कचरा बढ़ जाता है।
प्रश्न 10: क्या आपके विचार में रासायनिक उर्वरक के स्थान पर अपेक्षाकृत कंपोस्ट का उपयोग उत्तम होता है? क्यों?
उत्तर: कंपोस्ट एक जैविक खाद होता है, जो जैव तत्वों से बना होता है। दूसरी ओर रासायनिक उर्वरक कृत्रिम पदार्थ से बना होता है। इसलिए कंपोस्ट मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बनाए रखता है। लेकिन रासायनिक उर्वरक मिट्टी के पोषक तत्व को नष्ट कर देते हैं। साथ ही ये मिट्टी और पानी दोनों को दूषित भी कर देते हैं। जो मानव के साथ साथ जलीय जीवों के लिए भी घातक है।
कंपोस्ट को बनाना आसान और कम खर्चीला है। कंपोस्ट बनाने कें अंतर्गत कूड़े के मात्रा में भी कमी होती है, क्योंकि की बहुत से गलित पदार्थ का इसमें उपयोग कर लिया जाता है।
Extra Questions Answers
प्रश्न 1: भराव क्षेत्र किसे कहते हैं?
उत्तर: जिन खुले क्षेत्रों में कूड़ा फेंका जाता है उन्हें भराव क्षेत्र कहते हैं।
प्रश्न 2: भराव क्षेत्र पर कितने दिनों बाद भवन निर्माण किया जा सकता है?
उत्तर: भराव क्षेत्र पर 20 साल बाद भवन निर्माण किया जा सकता है।
प्रश्न 3: कम्पोस्टिंग किसे कहते हैं?
उत्तर: जिस प्रक्रिया के तहत विगलित पदार्थ गलकर खाद के रूप में परिवर्तित हो जाते हैं, उसे कम्पोस्टिंग कहते हैं।
प्रश्न 4: हरे कूड़ादान में किस तरह की वस्तुएँ फेंकी जाती है?
उत्तर: हरे कूड़ादान में गीली वस्तुएँ जैसे किचन के कूड़े आदि फेंकी जाती हैं।
प्रश्न 5: नीले कूड़ादान में किस तरह की वस्तुएँ फेंकी जाती है?
उत्तर: नीले कूड़ादान में उन वस्तुओं को फेंकते है, जिनको फिर से उपयोग लायक बनाय जाए और जो सूखा हो। जैसे-प्लास्टिक, मेटल आदि।